लखनऊ - जिले के सभी ग्रामीण व नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों(पीएचसी) पर रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजित हुआ । आरोग्य मेले में कोविड टीकाकरण, गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन सेवाएं, पूर्ण टीकाकरण, बच्चों में डायरिया व निमोनिया के रोकथाम, बचाव और उपचार की जानकारी और सुविधाएँ दी जा रही हैं । कुपोषित बच्चों की पहचान और उनके उपचार के लिए समुचित कार्यवाही की जा रही है ।
परिवार कल्याण कार्यक्रमों के तहत बास्केट ऑफ च्वाइस के बारे में मेले में आने वाले लोगों को बताया जा रहा है और इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन भी मुहैया कराए जा रहे हैं | इसके अलावा ओ.पी.डी. की सेवाओं के साथ ही फाइलेरिया, दिमागी बुखार, टीबी, मलेरिया, डेंगू, एवं कुष्ठ रोग से सम्बंधित जानकारी, आवश्यक जांच, उपचार और संदर्भन (रेफर) की सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं ।
आरोग्य मेले के दौरान स्वास्थ्य केंद्र पर राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सहित अन्य कार्यक्रमों के स्टॉल लगाए गए | मेले में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग(आईसीडीएस) ने भी अपना स्टाल लगाया |
आरोग्य मेले के नोडल अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया - जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित इस आरोग्य मेले का कुल 3577 लोगों ने लाभ उठाया, जिसमें 1371 पुरुष, 1655 महिलायें और 551 बच्चे शामिल हैं । इस दौरान आयुष्मान भारत योजना के 130 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड भी बनाया गया । इसके साथ ही 62 लोगों ने कोविड एंटीजन टेस्ट कराया, सभी निगेटिव आए |
क्षेत्रीय जनता को घर के आस-पास पानी जमा न होने, पानी से भरे हुए बर्तनों एवं टंिकयों को ढक कर रखने, कुछ समय अन्तराल पर कूलर को खाली करके साफ कपडे से पोछ कर सूखा एवं साफ करने के बाद ही पुनः प्रयोग में लाने, पूरी बाह के कपडे पहनने, बच्चों को घर से बाहर न निकलने एवं मच्छर रोधी क्रीम लगाने एवं मच्छरदानी में रहने तथा रोगो बचाव हेतु ‘‘क्या करें, क्या न करें’’ सम्बन्धी स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान की गयी।