बारिश से बढ़े डेंगू का डंक, बचाव को लेकर रहें सतर्क



बाराबंकी - बदलते मौसम के कारण जगह-जगह जल जमाव एवं गंदगी होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। जिससे मच्छर जनित रोग जैसे डेंगू, मलेरिया आदि के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। इसके चलते जिले में करीब 25 और लोग डेंगू की चपेट में आ गए। जांच में डेंगू की पुष्टि होने के बाद परिवारीजनों ने उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया है। ऐसे में घर के आस-पास एवं घर के अन्दर मच्छरों के पनपने के स्थान या घरों के आस-पास होने वाले जल जमाव, गमले एवं पशु-पक्षियों के पानी पीने के पात्र एवं घरों की छतों पर रखी अनुपयोगी वस्तुओं का समुचित निस्तारण किया जाना अति आवश्यक है।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी  एवं नोडल डा डीके श्रीवास्तव ने बताया कि डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिससे बचाव के लिए एक अक्टूबर से संचारी रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि पर नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चल रहा है। 21 अक्टूबर तक दस्तक अभियान भी चलेगा।

उन्होंने बताया कि डेंगू, मलेरिया से भी सजग रहना होगा। उन्होंने जनसमुदाय से अपील की है कि मच्छरों से बचने के लिए पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें एवं सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। बुखार होने पर निकट के स्वास्थ्य केन्द्र पर रक्त की जांच एवं उपचार कराएँ । सभी सरकारी स्वाथ्य सुविधाओं पर जांच एवं उपचार की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध है। इसलिए स्वयं से कोई दवा लेकर न सेवन करें।

सीएमओ डॉ. अवेधश कुमार ने बताया कि डेंगू मरीजों जहां भी मिल रहे हैं वहां जांच के लिए टीमें भेजी जा रही हैं। टीमें पीड़ितों में दवाओं का वितरण करने के साथ रोग से बचाव के प्रति जागरूक कर रही हैं। इसको लेकर मंगलवार को सीएमओ ने नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की है। उन्होंने अधिकारियों को क्षेत्र में जाकर फागिंग, ब्लीचिंग व एंटी लार्वा का छिड़काव कराने का निर्देश दिया है।

सीएमओ ने बताया कि डेंगू की जांच के लिए हिंद और मेयो अस्पतालों से एक साल के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इन अस्पतालों को डेंगू की जांच के लिए किट विभाग उपलब्ध कराएगा। जबकि मशीन और मैनपावर अस्पताल की ओर से उपलब्ध कराई जाएगी। मरीजों को यह सुविधा मुफ्त दी जाएगी। बताया कि जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी तक जो ब्लड सैंपल लिए जाएंगे, वह जांच के लिए दोनों अस्पतालों को भेजे जाएंगे। इसके अलावा एक एलाइजा रीडर की भी मांग शासन से की गई है, जिसे जिला अस्पताल में लगाया जाएगा।

डेगू के लक्षण व बचाव : डेगू बीमारी की शुरूआत तेज बुखार और सिरदर्द व पीठ में दर्द से होती है। शुरू के दिनों में शरीर के जोड़ों में दर्द होता है।, आंखे लाल हो जाती है। डेगू बुखार दो से चार दिनों तक होता है उसके बाद शरीर का तापमान धीरे-धीरे अपने आप नार्मल होने लगता है। बुखार के साथ ही साथ शरीर में खून की कमी होने लगती है। डेगू से बचने के लिए मच्छरों के प्रकोप से बचना चाहिए। बचाव के लिए अपने घरों के आसपास जल न इकट्ठा होने दे। अपने शरीर को कपड़ों से ढक कर रखें, यदि आपको लगातार कई दिनों से बुखार आ रहा है, तो अपने नजदीकी स्वास्थ केंद्र में जाकर तुरंत जांच करा कर अपना समुचित इलाज कराएं।