डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, निगरानी समित पीड़ितो का जान रही हाल



बाराबंकी - डेंगू व वायरल के प्रकोप को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की गठित टीमें शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में जांच व दवा वितरण अभियान जारी है। जिले में डेंगू , मलेरिया व सर्दी, जुखाम, बुखार या फिर मच्छर जनित बीमारियां परेशानी का सबब बन गया है। जिले में अभियान के तहत 177 डेंगू चिन्हित किये गये, जिसमे अब तक 122 लोग इलाज पाकर स्वस्थ हो गये। वर्तमान समय में जिले में 55 डेंगू के मरीज है। इनका उपचार हो रहा है। साथ ही निगरानी समितियां बुखार एवं डेंगू  पीड़ितो बराबर सम्पर्क साधा जा रहा है।

मुख्य चिकित्साधिकारी डा अवधेश यादव ने बताया कि जनपद में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर भ्रमण बुखार के रोगियों को चिन्हित किया जा रहा है। इसके साथ ही डेंगू व मलेरिया एवं अन्य वेक्टर जनित रोगी की नियमित रूप जांच की जा रही है। बुखार से पीड़ित रोगियों को चिकित्सक की सलाह से मेडिकल किट का वितरण हो रहा है। निरोधात्मक कार्यवाही में लार्वा साइडल छिड़काव नगर पालिका के सहयोग से निरन्तर हो रहा है। अपर एवं उपचिकत्सा अधिकारी द्वारा प्रतिदिन दैनिक भ्रमण किया जा रहा है। इस दौरान उपचारात्मक एवं निरोधात्मक कार्यवाहियों का निरीक्षण कर आख्य पुस्तत किया जा रहा है। साथ ही सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर डेंगू रोगी के लिए 4 बेड मच्छरदानी युक्त एवं जिला पुरूष चिकित्सालय में 24 बेड मच्छदानी के संरक्षित किये गये है। इसके अलावा डेंगू मरीजों के लिए पुरूष चिकित्सालय में 26 बेड आरक्षित किया गया है।

उन्होंने बताया कि ग्रामिण स्तर पर 1161 निगरानी समित एवं शहरी क्षेत्रों में 181 निगरानी समित सक्रिय है। इनके द्वारा सम्बधित क्षेत्र में जाकर सर्वे किया जा रहा है। इस दौरान बुखार अन्य से पीड़ित लोगों से हालचाल लिया जा रहा है।साथ ही आइसीसीसी के द्वारा प्रतिदिन बुखार रोगियों से सम्पर्क कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लिया जा रहा है।

सीएमओ का कहना है कि डेंगू पर रोकथाम के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। इसके लिए विभाग के सभी नोडल अधिकारी प्रतिदिन फील्ड पर जाकर लोगों को रोग से बचाव के प्रति जागरूक कर रहे हैं। डेंगू के मामले में प्रदेश स्तर पर जिले की रैकिंग क्या है, इसकी जानकारी नहीं है।

जिले में ब्लॉक वार डेंगू के सक्रिय केस : अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा डीके श्रीवास्तव ने बताया कि त्रिवेदीगंज 2, हैदरगढ़ 1, रामसनेहीघाट 2, जाटा बरौली 6, टिकैतनगर 2, हरख 5, देवा 3, फतेहपुर 3, बड़ागांव 2, सिरौली गौसपुर 1, दरियाबाद 3, रामनगर 2, सिद्धौर 1, अर्बन क्षेत्र में 20, जिला चिकित्सालय 2 सहित कुल 55 डेंगू के केस सक्रिय है। इनका निगरानी समित की देखरेख में समुचित इलाज जारी है।

जिला अस्पताल के सीएमएस  डा बृजेश कुमार ने बताया कि इस समय जिले में डेंगू के साथ वायरल फीवर, टायफाइड, मलेरिया, स्क्रब टाइफस और कोविड का संक्रमण भी चल रहा है। लेकिन इन दिनों डेंगू ज्यादा फैल रहा है और उसके मरीज भी अस्पताल में ज्यादा आ रहे हैं। जिला चिकित्सालय में पहले 24 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया था. लेकिन मरीजों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए अब और 26 बेड का इजाफा किया गया है। सीएमएस का कहना है कि जिला अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। जिला अस्पताल में सीबीसी, प्लेटलेट्स और एलाइजा जांच से लेकर कार्ड टेस्ट की पूरी व्यवस्था है। हमारी पूरी कोशिश है कि हम डेंगू मरीजों का हर संभव इलाज कर सकें। अस्पताल में मरीज को यह सभी सुविधा नि:शुल्क दी जा रही हैं।

डेंगू बुखार के लक्षण : ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार चढ़ना, सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना, बहुत ज्यादा कमजोरी लगना, भूख न लगना, जी मिचलाना और मुंह का स्वाद खराब होना, गले में हल्का-सा दर्द होना, शरीर खासकर चेहरे, गर्दन और छाती पर लाल-गुलाबी रंग के चकत्ते होना।

ऐसे करें डेंगू बुखार से बचाव : जब भी घरों से बाहर निकलें तो पूरी बांह की शर्ट, जूते, मोजे और फुल पैंट पहनें। खासकर बच्चों के लिए इस बात पर जरूर ध्यान रखें। कमरे में मच्छर भगाने वाले स्प्रे, मैट्स, कॉइल्स आदि का प्रयोग करें। मस्किटो रेपलेंट को जलाते समय सावधानी बरतें। इन्हें जलाकर कमरे को 1-2 घंटे के लिए बंद कर दें।