उर्मिला के सहयोग से 159 आयुष्‍मान लाभार्थी हुए निरोग



  •  जिला अस्‍पताल में आने वाले 6453 लोगों के आयुष्‍मान कार्ड भी बनाए
  • निरन्‍तर करती हैं आयुष्‍मान भारत योजना के लाभार्थियों को सहयोग

सतकबीरनगर - प्रधानमन्‍त्री जन आरोग्‍य योजना आयुष्मान भारत को प्रोत्‍साहित करने के लिए जिला अस्‍पताल में तैनात आयुष्‍मान मित्र उर्मिला सोनकर निरन्‍तर जुटी हुई हैं। पिछले चार साल में उन्‍होने 159 लाभार्थियों का निःशुल्‍क ऑपरेशन करवा कर उन्‍हें निरोग करने में सहायता किया है। यही नहीं उन्होंने 6453 लोगों का आयुष्‍मान कार्ड भी बनाया है।

पात्र लाभार्थी परिवारों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपए का निःशुल्‍क इलाज प्रदान करने के लिए भारत सरकार के द्वारा चलाई जा रही प्रधानमन्‍त्री जन आरोग्‍य योजना आयुष्मान भारत में आयुष्‍मान कार्ड के लाभार्थियों की सुविधा के लिए जिले में आरोग्‍य मित्रों की तैनाती की गयी है। इसी योजना के तहत उर्मिला सोनकर को नवम्‍बर 2018 में आरोग्‍य मित्र बनाया गया। आरोग्‍य मित्र बनने के साथ ही उर्मिला ने अपने दायित्व को बखूबी निभाना शुरू किया। शुरुआती पांच महीनों में ही उन्‍होने 23 लाभार्थियों को आयुष्‍मान भारत योजना के तहत लाभ दिलाया। इसके साथ ही उन्‍होने 1240 आयुष्‍मान कार्ड भी बनवाए। कोविड काल में उन्‍होने 82 लोगों को इस योजना का लाभ दिलाया। स्‍थानीय भाषा का बेहतर ज्ञान होने के चलते वह कम पढ़े – लिखे लोगों को भी योजना के बारे में विस्‍तार से बताती हैं। अगर किसी आयुष्‍मान कार्ड धारक को इलाज की आवश्‍यकता पड़ती है तो वह चिकित्‍सक से सम्‍पर्क करके उसका पैकेज बनवाती तथा उसे पास करवाती हैं और उसके इलाज की जानकारी अस्‍पताल के अधीक्षक व स्‍टेट एजेंसी को देती हैं। अस्‍पताल में आने वाले लोगों को भी आयुष्‍मान कार्ड के बारे में जानकारी देती हैं और आवश्‍यकता पड़ने पर उनके आयुष्‍मान कार्ड भी बनाती हैं। आयुष्‍मान भारत योजना के तहत घुटना बदलवाने वाले बढ़या निवासी 45 वर्षीय जंग बहादुर बताते हैं कि जब उनका घुटना पूरी तरह से खराब हो गया था तो उसके प्रत्‍यारोपण में उर्मिला ने महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्‍होने कार्ड बनवाने के साथ ही निःशुल्‍क घुटना प्रत्‍यारोपण भी कराया।

आयुष्‍मान मित्र के कार्य :

  • आयुष्‍मान मित्र के कार्यों में लाभार्थियों को उनकी पात्रता सत्यापित करने में सहायता करना ।
  • निकटतम कामन सर्विस सेंटर या अस्पताल के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनाने में मदद करना ।
  • आयुष्मान भारत योजना की जानकारी लोगों को देना। मरीज़ को उसका इलाज़ करने वाले अस्पताल की जानकारी पहुँचाना।
  • मरीज़ के ठीक हो जाने पर इसकी जानकारी स्टेट एजेंसी को प्रदान करना।
  • लोगों को उनकी जरुरत के अनुसार अन्‍य जानकारियां देना आदि शामिल है।

अधिकारी भी करते हैं उर्मिला की तारीफ : जिला अस्‍तपाल के मुख्‍य चिकित्‍सा अधीक्षक डॉ ओ पी चतुर्वेदी बताते हैं कि आयुष्‍मान कार्ड धारकों की सहायता के लिए उर्मिला निरन्‍तर प्रयास करती रहती है। अगर कोई इमरजेंसी मरीज रहता है तो वह तब तक प्रयास करती रहती है जब तक उसका पैकेज फाइनल न हो जाय। इसके लिए वह समय का इन्‍तजार नहीं करती। आयुष्‍मान योजना के नोडल अधिकारी डॉ जनमेजय सिंह बताते हैं कि जिले में तैनात आयुष्‍मान मित्रों में सबसे बेहतर रिकार्ड उर्मिला का है और वह निरन्‍तर लाभार्थियों को योजना का लाभ दिलाने की दिशा में काम करती हैं।