नियमित टीकाकरण के लिए दिया प्रशिक्षण



  • जन्म के 24 घंटे के अंदर बर्थ डोज अवश्य लगवाएं : डॉ कन्नौजिया
  • बताया कि किसी भी उम्र के बच्चे टीकाकरण से छूटने नहीं पाएं
  • गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए सभी टीके समय से लगवाएं

कानपुर नगर - नियमित टीकाकरण सुदृढ़ीकरण के लिए नगर एवं ब्लॉक के टीकाकरण पर्यवेक्षकों का जनपद स्तरीय अभिमुखीकरण स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में यूनिसेफ के सहयोग से किया गया। बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक रंजन के निर्देशन में सीएमओ कार्यालय सभागार में आईसीडीएस से मुख्य सेविकाएं, शहरी क्षेत्र से फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक और बेसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता को प्रशिक्षित किया गया।

इस दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके कन्नौजिया ने बताया कि छाया शहरी तथा ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के साथ हर बुधवार और शनिवार को आयोजित होने वाले नियमित टीकाकरण दिवस पर सभी बच्चों और गर्भवती को समय से सभी टीका लग सके, इसके लिए ड्यू लिस्ट तैयार करना, बच्चों और गर्भवती को चिन्हित करना और किसी भी टीका से छूटे हुए लाभार्थियों को चिन्हित करना बेहद जरूरी है। जन्म के बाद 24 घंटे के अंदर शिशु को बर्थ डोज का टीकाकरण शत प्रतिशत होना चाहिए । साथ ही सभी टीकों को समय समय पर लगवाते रहें जिससे बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाया जा सके। किसी भी उम्र का कोई भी बच्चा किसी भी टीकाकरण से छूटने न पाएं। इस बात का विशेष ध्यान रखना है।

उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ जसबीर सिंह ने नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के सभी टीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने बताया कि छठवें, दसवें, 14वें, नौ से 12 माह, 16 से 24 माह, 5 से 6 वर्ष, 10 वर्ष और 16 वर्ष पर विभिन्न टीकाकरण को अवश्य लगवाएं। यूनिसेफ के डीएमसी डॉ फ़ुजैल ने समुदाय को मोबिलाइजेशन और कम्युनिकेशन अंतराल के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही उनके द्वारा टीकाकरण के प्रति उदासीन परिवारों को एकत्रित करने, ड्यू लिस्ट की गुणवत्ता,सामुदायिक मीटिंग के माध्यम से परिवारों को टीकाकरण के लिए चिन्हित करने का तरीका बताया गया । डब्ल्यूएचओ के सिटी कोऑर्डिनेटर अरशद अली ने जमीनी स्तर पर मिलने वाले आउटब्रेक और चुनौतियों के बारें में विस्तार से चर्चा की। साथ ही नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत किये जाने वाले कार्य, रिपोर्टिंग व सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।

इस मौके पर यूनिसेफ के क्षेत्रीय समन्वयक, बीएमसी, जिला परामर्शदाता मातृ स्वास्थ्य , स्वास्थ्य प्रवेक्षक, बीएसडब्लू सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे ।