खुशहाल परिवार दिवस पर 1358 दंपति को मिला लाभ



  •  458 नव दंपत्तियों को भी मिला खुशहाल परिवार का लाभ

बाराबंकी - परिवार नियोजन के साधन जरूरत मंद लोगों की पहुंच में हों ताकि उनका परिवार स्वस्थ रहे इसके लिए प्रत्येक माह 21 तारीख को ‘’खुशहाल परिवार दिवस’’ मनाया जाता है। इस क्रम में जिला अस्पताल समेंत सभी सीएचसी, पीएचसी सहित कुल 299 हेल्थ वेलनेस सेन्टर पर खुशहाल परिवार दिवस कार्यक्रम के रूप में मनाया गया । इसके अंतर्गत आने वाले सभी लक्ष्य दंपत्ति को परिवार नियोजन के समस्त स्थाई एवं अस्थाई साधनों के बारे में परामर्श देकर उनको उनकी सुविधा एवं इच्छानुसार परिवार नियोजन के साधन उपलब्ध कराए गए। कार्यक्रम के दौरान 458 नव दंपत्तियों सहित कुल 1358 लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन देते हुए जागरूक किया गया।

परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. संजय कुमार  ने बताया खुशहाल परिवार दिवस को लेकर पहले से ही सीएचसी में आने वाले हर लक्ष्य दंपत्तियों व अन्य को परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधनों के बारे जानकारी दी जाती हैं। ताकि समय से उक्त दिवस पर जुड़कर विभिन्न सेवाओं  का  लाभ उठा सके। उन्होंने कहा कि एएनएम, आशा कार्यकर्ता सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी सीएचसी पर आने वाले योग्य दंपत्ति को परिवार नियोजन के साधनों की जानकारी देते हैं। उन्होंने बताया कि दो बच्चों के बीच अंतर और परिवार पूरा होने पर स्थायी साधन अपनाने की सलाह देते हैं ।

जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता और स्वीकार्यता बढ़ाने पर सरकार का पूरा जोर दिया जा रहा है। जनपद में खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन जिला अस्पताल सहित 15 सामुदायिक केंद्र और एक प्राथमिक केंद्रों पर किया गया। इस मौके पर अस्थाई साधन में पीपीआइयूसी 35, आईयूसीडी 25, ओसीपी 95, इसीपी 11, छाया 155, अंतरा 22, पुरूष निरोधक साधन वितरित 852, संस्थागत प्रसव 105, स्थाई साधन में  महिला नसबंदी 58 किया गया। इस मौके पर कुल 1358 दंपत्ति को लाभ दिया गया। साथ ही कार्यक्रम के दौरान विशेष रूप से हाई रिस्क प्रेगनेंसी यानि एचआरपी वाली महिलाओं को दो बच्चों के जन्म में कम से कम तीन साल का रखने की सलाह दी गयी ।

मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने का उद्देश्य  : मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में भी परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। खुशहाल परिवार दिवस के तहत एक जनवरी 2020 के बाद प्रसव वाली ,उच्च जोखिम गर्भावस्था में चिन्हित महिलाएं, नव विवाहित दम्पति (जिनका विवाह इस साल जनवरी के बाद हुआ है) और वह दम्पति, जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं, उन्हें परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करते हुए विस्तार से जानकारी दी जाती है।