- हाथ धोने की आदत को लेकर भी दी गई जानकारी
लखनऊ - स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में ग्रुप एम संस्थाद्वारा संचालित‘सफल शुरुआत ’कार्यक्रम के अंतर्गत नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) अलीगंज में बृहस्पतिवार को नियमित टीकाकरण एवं साबुन से हाथ धोने की आदत को बढ़ावा देने विषय पर एएनएम का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रशिक्षण में कुल 42 एएनएम को प्रशिक्षित किया गया।
इस मौके पर सीएचसी अधीक्षक डॉ. ज्योति कामले ने कहा कि हर माता पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा स्वस्थ रहे। इसके लिए अभिभावकों को यह बताना बहुत जरूरी है कि बच्चों को संक्रमण, 12 जानलेवा बीमरियों एवं कुपोषण से बचाने के लिए टीकाकरण जरूर कराएं। एएनएम जब भी दो वर्ष से छोटे बच्चों की माताओं या अभिभावकों से संवाद करें तो पहले टीकाकरण से जुड़ी सकारात्मक बातों से उन्हें अवगत कराए, जैसे कि टीकाकरण पूरी तरह से सुरक्षित है, हर बच्चे को अलग सिरिन्ज से टीका लगाया जाता है, टीकाकरण घर के निकट ही सत्र का आयोजन कर लगाया जाता है आदि। जिससे ज्यादा से ज्यादा बच्चों का नियमित टीकाकरण हो सके।
इस अवसर पर प्रशिक्षक निधि पांडेय ने कहा कि बच्चों में अगर सही से हाथ धोने की आदत बचपन में एक बार विकसित हो जाए तो वह आजीवन बनी रहेगी और वह दूसरों को भी हाथ धोने के लिए प्रेरित करेंगे। गंदे हाथों से जब वह कुछ खाते हैं या अपने हाथों को बार-बार मुंह में डालते हैं तो कीटाणु भी खाने के साथ शरीर में प्रवेश कर जाते हैं जो कि डायरिया जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं और बार-बार डायरिया होने से बच्चा कुपोषित भी हो सकता है।
ग्रुपएम संस्था के क्षेत्रीय समन्वयक शशिकांत पांडेय ने बताया कि ‘सफल शुरुआत’ कार्यक्रम का उद्देश्य दो साल तक के बच्चों के माता पिता को टीकाकरण और हाथ धोने के बारे में जागरूक करना है। इसके लिए फ्लेश कार्ड, वीडियो और मनोरंजक खेलों के माध्यम से एएनएम का क्षमतावर्धन किया गया। इस मौके पर एएनएम को टीकाकरण और हाथ धोने के बारे में जागरूक करने के लिए प्रचार प्रसार सामग्री जैसे वीडियो,पेंफ्लेट आदि का प्रदर्शन और वितरण किया गया।
‘सफल शुरुआत’कार्यक्रम संयुक्त रूप से गावी-द वैक्सीन एलायन्स संस्था और हिंदुस्तान यूनीलीवर लाइफ ब्वॉय द्वारा प्रायोजित है। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ शालिनी चौधरी, राजीव सफलता कोच आर्या, सुहेल और ग्रुप एम के टीम के सदस्य उपस्थित रहे।