विशेष टीकाकरण अभियान की बनाई रणनीति



  • तीन चरणों में चलेगा विशेष टीकाकरण विशेष अभियान
  • एसडीएम की अध्यक्षता में हुयी तहसील टास्क फ़ोर्स बैठक
  • समाज के प्रभावशाली व्यक्तियों एवं राशन डीलरों से सहयोग का आह्वान

औरैया  -  एक भी नवजात बच्चा टीकाकरण से छूटे नहीं। साथ ही साथ जिन बच्चों का अब तक किसी भी कारण से टीकाकरण नहीं हुआ है। उन बच्चों को आशा कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता टीकाकरण केन्द्र पर ले जाकर टीका लगवाएं। यह बातें शुक्रवार को बिधूना तहसील में आयोजित तहसील टास्क फोर्स की बैठक में उप जिलाधिकारी बिधूना, लवगीत कौर ने कहीं । इसमें मिजिल्स - रूबेला (एमआर) के उन्मूलन को लेकर  9 जनवरी से प्रारंभ होकर 20 जनवरी तक चलाए जाने वाले विशेष टीकाकरण अभियान को सफल बनाने रणनीति बनाई गई।

उप जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया की मिजिल्स रूबेला उन्मूलन के लिए चलाए जाने वाले विशेष टीकाकरण पखवाड़ा में पूरा सहयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संक्रमण को देखते हुए टीकाकरण को विशेष महत्व दिया जा रहा है। इसलिए यह विशेष अभियान तीन चरणों में चलेगा। पहला चरण 9 से 20 जनवरी तक चलेगा। दूसरा 13 से 24 फरवरी और तीसरा चरण 13 से 24 मार्च तक चलेगा।

यूनिसेफ से डीएमसी नरेंद्र शर्मा ने बताया कि नियमित टीकाकरण पूरी तरह से प्रभावी है। खसरा और रूबेला की वैक्सीन डोज बच्चों को देना जरूरी है। इससे बच्चों को बीमारियों से लड़ने की शक्ति मिलती है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पांच 5 वर्ष तक के बच्चों को चिन्हित किया गया है। इस अभियान में टीकाकरण के प्रति उदासीन परिवारों के बच्चों का टीकाकरण पर फोकस रहेगा। इस कार्य में ब्लॉक रिस्पॉन्स टीम का रोल अहम होगा। साथ ही कम्युनिटी इनफ्लुएंसर( प्रभावशाली व्यक्ति) और राशन डीलर का भी सहयोग लिया जाएगा l हर सप्ताह टीकाकरण प्रगति समीक्षा की जाएगी l उन्होंने सभी से अपना सहयोग देने की अपील की है। बैठक में सीएचसी अधीक्षक डॉ सिद्धार्थ वर्मा, यूनिसेफ से बीएमसी सुबोध चतुर्वेदी , अनूप पांडेय , विनोद बाबू, प्रदीप गुप्ता , डब्लूएचओ मॉनिटर संतोष और राहुल उपस्थित रहे l