महिलाओं तथा बच्चों ने की डीएम से ‘हक की बात’



-    मिशन शक्ति के तहत हर जनपद में दो घंटे के पारस्परिक संवाद का हुआ आयोजन

लखनऊ, 25 नवम्बर-2020 -  मिशन शक्ति अभियान के तहत बुधवार (25 नवम्बर) को महिलाओं और बच्चों ने  अपने  जनपद के जिलाधिकारी से सीधे तौर पर ‘हक़ की बात’ की । इसके लिए हर जिले में दो घंटे के पारस्परिक संवाद का आयोजन किया गया , जिसमें महिलायें और बच्चे स्थानीय समस्याओं के साथ ही यौन शोषण, घरेलू हिंसा, दहेज़, आर्थिक समस्याओं, शिक्षा तक पहुंच की उपलब्धता की समस्या आदि पर जिलाधिकारी से बात की, अपने सुझाव दिये और जिलाधिकारी द्वारा मौके पर ही निवारण हेतु संबधित विभागों या अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए  । इसके लिए हर जिले के प्रोबेशन अधिकारी को पहले ही अपने जिले के जिलाधिकारी से तालमेल कर समय निर्धारित करने को निर्देशित किया जा चुका था ।  

कासगंज जिले में हक की बात के तहत- मोहल्ला शेखान पटियाली निवासी सलीमा नाज़ ने पति द्वारा घरेलू हिंसा की बात रखी, जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश द्वारा समस्या का निस्तारण किया गया और उसको कानूनी सहायता योजना के अंतर्गत आवेदन करने का सुझाव दिया गया |

शेरवानी इंटर कॉलेज की कक्षा 12 की छात्रा द्वारा एंटी रोमियो दल द्वारा की जा रही कार्यवाही के लिए धन्यवाद किया गया तथा छात्रा को विशेष धन्यवाद देते हुए अपने स्कूल व आस पास की छात्राओं को अपने अधिकारों के लिए जागरूक करने की अपील की गई |

मउ जनपद के रतनपुरा ब्लाक के पहसा बाज़ार बाजार निवासी शकुंतला चौहान ने जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल से हक की बात में अपनी समस्या रखते हुए कहा- वह सिलाई कढ़ाई का काम करती हैं तथा बहुत सी महिलाओं को उन्होंने स्वावलंबी बनाया है लेकिन अब पूँजी के आभाव में कठिनाई हो रही है | इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूह से जुड़कर काम करने की सलाह दी गयी तथा सम्बंधित खंड विकास अधिकारी से भी वार्ता कर समस्या के समाधान को बताया गया |

जनपद हरदोई में एक शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत की गयी कि उसके पति द्वारा शराब पीकर उसे मारा-पीटा जाता है तथा गन्दी गालियाँ दी जाती हैं व उसका पति जमीन बेच देने की बात भी करता है | जिलाधिकारी अविनाश सिंह द्वारा एक्सपर्ट काउंसलर द्वारा काउंसलिंग कराने के साथ ही तहसील में सब रजिस्ट्रार को निर्देश दिए गए कि पीड़िता का प्रार्थना पत्र देकर जमीन बिक्री किये जाने से पहले पीड़िता से पूछ लिया जाए जिससे उसका पति जमीन न बेच पाए |

बरेली जनपद में बालिका विद्यालय के एक शिक्षक ने जिलाधिकारी से प्रश्न किया कि – उनके विद्यालय के प्रवेश द्वार पर कुछ लड़के हमेशा खड़े रहते हैं और जब उन्हें वहां खड़े रहने के लिये मना किया जाता है तब वह जवाब देते हैं कि उनकी मर्जी है वह वहां  खड़े रहेंगे ऐसे में वह क्या करें | इसका जवाब देते हुए जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कहा- ऐसी स्थिति में छात्राएं घबरायें नहीं, 112 नम्बर डायल करें और तुरंत सहायता प्राप्त करें |

देवरिया जिले में “हक़ की बात  जिलाधिकारी के साथ” कार्यक्रम के लिए डेडिकेटेड मोबाइल नम्बर 7518024036 का प्रयोग किया | इस नम्बर पर देवरिया निवासी रीता सिंह ने  जिलाधिकारी से बात कर अपनी समस्या बतायी – उनका बाल विवाह हुआ था और वह इस विवाह को नहीं मानती हैं | वह अपने ससुराल में नहीं रहती हैं | उनके जैविक अभिभावकों की मृत्यु हो चुकी है | उनके मायके में 3  भाई हैं और उन्हें अपनी सभी जैविक संपत्तियों में बराबर का हक़ चाहिए | साथ ही उन्होंने मांग की कि उनके हिस्से में कोई भी निर्माण कार्य न कराया जाए तथा जैविक संपत्ति में कुछ भवन किराए पर दिए गये हैं, जिनके किराए से भी उन्हें हक़ मिलना चाहिए | जिलाधिकारी अमित किशोर ने पूरी बात सुनते हुए सम्बंधित क्षेत्र के तहसीलदार एवं थानाध्यक्ष को निर्देश दिए कि तत्काल इस समस्या का समाधान करते हुए शाम तक उन्हें अवगत कराएं तथा पीड़िता से यह भी कहा गया कि आपके हिस्से में कोई निर्माण कार्य नहीं होगा तथा किराये में भी आपको हिस्सा मिलेगा | इस पर पीड़िता ने जिलाधिकारी महोदय को धन्यवाद ज्ञापन किया |  

ज्ञात हो कि प्रदेश में महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए चलाये जा रहे ‘मिशन शक्ति’ को हर माह अलग थीम पर मनाने का निर्णय लिया गया है । इस माह की थीम- ‘मानसिक स्वास्थ्य तथा मनोसामाजिक मुद्दों से सुरक्षा और सपोर्ट’ तय की गयी है । महिला कल्याण विभाग द्वारा मिशन शक्ति के तहत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के साथ संयुक्त कार्ययोजना बनाकर इसे चलाया जा रहा है । इससे पहले अभियान के तहत किशोर- किशोरियां स्थानीय अधिकारियों से ‘शक्ति संवाद’ के तहत अपनी बात रख चुके हैं ।