संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए बरतें खास सावधानी



  • कार्यकर्ताओं को दो दिवसीय प्रशिक्षण में दिए गए जरूरी टिप्स

लखनऊ, 30 जनवरी 2021 - मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय भटनागर के नेतृत्व में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत एलिमिनेशन ऑफ़ मोस्क्यूटो बोर्न एंडेमिक डिजीज (एम्बेड) परियोजना के  बिहेवियर चेंज कम्यूनिक्शन फेसिलिटेटर ( बी.सी.सी.एफ )  एवं प्रोग्राम एसोसिएट कार्यकर्ताओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया | फैमिली हेल्थ इंडिया के   प्रशिक्षक मनीष कल्वानिया के सहयोग से प्रशिक्षण दिया गया |  

इस मौके पर जिला मलेरिया अधिकारी डी.एन. शुक्ला ने बताया कि डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया रोग मच्छर जनित वायरल बुखार है, यह बहुत तेजी से फैलता है। डेंगू एवं चिकुनगुनिया रोग दो अलग-अलग विषाणुओं द्वारा होता है। दोनों ही बीमारियों को रोग वाहक ऐडिज एजिप्टाई प्रजाति का मच्छर है। एडीज मच्छर घर के अन्दर व आस-पास एकत्रित स्वच्छ जल में विकसित होते हैं और केवल दिन में ही मनुष्य को काटता है |  उन्होंने इस रोग के बचाव के उपायों पर चर्चा करते हुए बताया कि घर के कूलर, घड़े, ड्रम आदि का पानी सप्ताहिक अंतराल पर बदलते रहें  और बुखार होने पर नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर रक्त की जांच एवं उपचार कराएं।

एम्बेड प्रोग्राम के समन्वयक  धर्मेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि जनजागरूकता से ही मलेरिया और डेंगू मुक्त भारत का सपना साकार हो सकता है | उन्होंने बताया डेंगू का मच्छर दिन में काटता है एवं दिन में मनुष्य के सक्रिय रहने के कारण यह एक बार में रक्तपान नहीं कर पाता है | इस प्रकार स्प्लिट फीडिंग के कारण कई व्यक्तियों को काट सकता है जिसके कारण उस स्थान के कई व्यक्ति रोग से प्रभावित  हो सकते है। उन्होने व्यक्तिगत सुरक्षा पर चर्चा करते हुए बताया कि सुरक्षात्मक कपडे अगर कपडा पर्याप्त मोटा एवं ढीली फिटिंग का है तो मच्छर के काटने के जोखिम को कम कर देता है। लंबी आस्तीन की सर्ट और पतलून, हाथ और पैर पर मच्छर के काटने से रक्षा कर सकते है जो मच्छर के काटने के लिए पसंदीदा जगह हैं। उन्होने अनुरोध किया कि जनपद में हर रविवार मच्छर पर वार अभियान में विशेष रूचि लेते हुए प्रत्येक सप्ताह में एक दिन घरों की साफ-सफाई, साफ पानी को इकट्ठा न होने देना एवं पूरे बांह के कपडों को पहनने इत्यादि के लिए जनमानस को प्रेरित किया जाए।

नगरीय  स्वास्थ्य समन्वयक शशि यादव ने बताया कि आने वाले महीनों से मलेरिया एवं डेंगू के लार्वा  के ब्रीडिंग की शुरूआत हो जायेगी, ऐसे में हम सभी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी है कि इनसे बचने के उपायों का अपनायें , साथ ही गर्भवती  एवं बुखार के रोगी डॉक्टर की सलाह के बिना औषधि का सेवन न  करें।

इस अवसर पर पर वी.बी.डी0 कन्सल्टेंट डा0 स्मिता धवन, मलेरिया इंस्पेक्टर, प्रशांत, संजय यादव, मधुप कुमार, अशोक मिश्रा, आनंद, राजीव पांडेय, अर्चना निगम, सूर्यदेव, शैलजा, शालिनी, भारती तिवारी का सहयोग रहा।