- स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस मिलकर करेंगे इस पर काम
लखनऊ, 5 फरवरी 2021- सुपोषण लाने के लिए अति कुपोषित (सैम), मध्यम कुपोषित (मैम) और गंभीर अल्प वजन वाले बच्चों को माह के प्रथम बुधवार को उपकेन्द्र पर आयोजित होने वाले ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) पर स्वास्थ्य एवं आईसीडीएस विभाग के समन्वय से विशेष सेवाएँ प्रदान की जाएँगी | इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए हैं |
प्रजनन व बाल स्वास्थ्य के नोडल अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अजय राजा ने बताया - पोलियो अभियान के बाद ग्राम स्तर पर आयोजित वीएचएसएनडी पर कुपोषित बच्चों की जाँच की जाएगी तथा मार्च के महीने से पहले बुधवार को वृहद् स्तर पर यह रणनीति क्रियान्वित की जायेगी |
कुपोषित बच्चों की पहचान व ड्यू लिस्ट आईसीडीएस के माध्यम से तैयार होगी | आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा सैम, मैम गंभीर अल्प वजन वाले बच्चों की सूची आशा और एएनएम को सौंपी जाएगी | वीएचएसएनडी के दौरान कुपोषित बच्चों को मोबिलाईज करने का काम आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से किया जायेगा | एएनएम द्वारा सैम, मैम और गंभीर अल्प वजन वाले बच्चों के स्वास्थ्य की जाँच की जाएगी |
डा. राजा ने बताया- कोविड-19 के कारण स्वास्थ्य सम्बन्धी गतिविधियाँ कुछ समय के लिए स्थगित रहीं | वीएचएसएनडी पर भी बच्चों के आने पर रोक लगी थी लेकिन अब फिर से सब कुछ सामान्य हो रहा है | वर्तमान में जिले में 47,556 मैम और 1485 सैम बच्चे हैं | वीएचएसएनडी पर सैम, मैम और गंभीर अल्प वजन वाले बच्चों की पहचान और उनका इलाज तथा संदर्भन पर विशेष ध्यान दिया जाना है ताकि जिले सहित सूबे को कुपोषण मुक्त किया जा सके |
जिला स्वास्थ्य समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक विष्णु प्रताप ने बताया – इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा सभी शहरी एवं ग्रामीण मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों एवं चिकित्साधीक्षकों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गये हैं | पोलियो अभियान के बाद गतिविधियां शुरू की जाएँगी | वीएचएनडी पर बच्चों का वजन, लम्बाई ली जायेगी,साथ ही उन्हें माइक्रोन्यूट्रीएंट्स भी उपलब्ध कराये जायेंगे | सारी गतिविधियाँ कोविड से बचाव के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए की जायेंगी |