टी.बी. जागरूकता के लिए केजीएमयू के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग की पहल



  • लखनऊ मेट्रो के साथ मिलकर चलेगा टी.बी. जागरूकता अभियानः डा सूर्यकान्त

लखनऊ, 24 मार्च 2021 -  विश्व टी.बी. दिवस पर  प्रोफेसर सूर्यकांत , विभागाध्यक्ष, रेस्परेटरी मिडसिन एवं उ0प्र0 स्टेट टास्क फाॅर्स (क्षय उन्मूलन) के चेयरमैन  ने लखनऊ रेलव मेट्रो कारपोरेशन के कार्यक्रम में टी.बी. रोग पर व्याख्यान दिया। डा0 सूर्यकान्त ने बताया कि क्षय रोग से ग्रसित व्यक्ति खासंता, छींकता या बोलता है तो उसके साथ संक्रामक न्यूक्लीआई उत्पन्न होता है, जो  हवा के माध्यम से फैल सकता है। विश्व मे टी.बी. का हर चौथा मरीज भारतीय है। विश्व में प्रतिवर्ष 14 लाख मौतें टी.बी. से होती हैं, उनमें से एक चौथाई से अधिक मौतें अकेले भारत मे  होती हैं। भारत विश्व का टी.बी. रोग से सर्वाधिक प्रभावित देश है। हमारे देश में लगभग 1000 लोगों की मृत्यु प्रतिदिन टी.बी रोग के कारण होती है। उन्होंने आगे बताया कि लगातार 2 हफ्ते तक खांसी आना, खांसी के साथ साथ खून का आना, छाती मे दर्द होना, वजन कम होना, शाम को बुखार का आना, रात में पसीना होना जैसे लक्षण होने पर मरीज को तुरन्त टी.बी. की जांच करानी चाहिए। टी.बी. रोग की जांच एवं उपचार सभी सरकारी अस्पतालों  में मुफ्त उपलब्ध है। हमारे प्रधानमंत्री ने वर्ष 2025 तक टी.बी. मुक्त भारत बनाने का सपना देखा है। रेस्परेटरी मिडसिन विभाग 2025 तक टी.बी. को  खत्म करने के प्रति दृढ़ प्रतिज्ञ है। रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग समय-समय पर टी.बी. रोग से लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाता रहता है। टी.बी. के इलाज में पिछले कुछ वर्षां से बहुत प्रगति हुयी है, पहले बड़ी टी.बी. या एम.डी.आर. टी.बी. के इलाज में दो साल तक का समय लग जाता था, परन्तु अब नई दवाओ के आने से एक साल से कम समय में मरीज का इलाज हो जाता है। पिछले कुछ वर्षां में एम.डी.आर. टीबी. के रोगियो को  सूई लगने वाले इलाज से मुक्ति मिली है, अब इनका इलाज खाने की गोलियां से हो जाता है।  

इसी क्रम में उ0प्र0 स्टेट टास्क फोर्स (क्षय उन्मूलन) के चेयरमैन डा0 सूर्यकान्त ने बताया कि रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग द्वारा टी.बी. जागरूकता पर बनाया गया पैम्पलेट 24 मार्च  (विश्व टी.बी. दिवस) से मेट्रो में यात्रा करने वाले यात्रियों को वितरित किया जाना प्रारम्भ हो गया है। जिससे हज़ारों  लोगों  में टी.बी. के प्रति जागरूकता बढ़ेगी । इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मेट्रो  में टी.बी. जागरूकता पर ई -विज्ञापन का भी प्रसारण किया जाएगा। जिससे यात्रियों और आम जनमानस में टी.बी. के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और हम वर्ष 2025 तक प्रधानमंत्री  द्वारा दिये गए  टी.बी. मुक्त भारत के सपने को पूरा कर सकेंगे ।

आज रेस्परेटरी मिडसिन विभाग में भी विश्व टी.बी. दिवस के उपलक्ष्य में मरीजों  को टी.बी. के बारे में जागरूक किया गया और उन्हे फल और पैम्पलेट वितरित किए गए। इस अवसर पर विभाग के समस्त फैकल्टी मेंबर्स डा0 आर.ए.एस. कुशवाहा, डा0 एस.के. वर्मा, डा0 राजीव गर्ग, डा0 संतोष कुमार, डा0 अजय कुमार वर्मा, डा0 आनन्द श्रीवास्तव, डा0 दर्शन  कुमार बजाज, डा0 अंकित कटियार, डा0 ज्योति बाजपाई, रेजिडेंट  डाक्टर्स एवं समस्त स्टॉफ उपस्थित रहे।