प्रशिक्षित चिकित्सक की सलाह से ही लें होम्योपैथिक दवाएं : डॉ. अनुरुद्ध



सोशल मीडिया के वायरल संदेशों के आधार पर दवा का सेवन डाल सकता है मुसीबत में

लखनऊ, 28 अप्रैल- 2021 । कोरोना के इस दौर में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कई ऐसी होम्योपैथिक दवाओं के इस्तेमाल की सलाह दी जा रही है, जो कि बगैर चिकित्सक के सलाह के लेना फायदा कम नुकसान ज्यादा पहुंचा सकतीं हैं । इसलिए अगर आप भी किसी सोशल मीडिया के वायरल मैसेज के आधार पर दवा ले रहें हैं तो सावधान हो जाइये और चिकित्सक की सलाह पर ही दवा का सेवन करें । यह कहना है केंद्रीय होम्योपैथी परिषद क़े पूर्व सदस्य व वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ अनुरूद्व वर्मा का ।

डॉ. वर्मा ने जनता से कोरोना काल में अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए  होम्योपैथिक दवाएं केवल प्रशिक्षित चिकित्सकों की सलाह से ही लेने की अपील की है । उनका  कहना है कि आजकल यू ट्यूब, फेसबुक, व्हाट्सएप पर इस समय होने वाले रोगों के उपचार की कई होम्योपैथिक दवाएं वायरल हो रही हैं तथा उन्हें प्रयोग करने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के समय में उत्पन्न डर एवँ दहशत में जनता बगैर चिकित्सकों की सलाह के स्वयं दवाएं ले रही है, जो उचित तरीका नहीं है । इससे  लाभ के बजाय नुकसान भी हो सकता है। उन्होंने बताया कि होम्योपैथी में हर व्यक्ति के लक्षणों के आधार पर चिकित्सक द्वारा रोगी की उम्र, रोग की दशा, रोग की गंभीरता, जांच आदि को दृष्टिगत रखते हुए अलग - अलग औषधि एवँ उसकी खुराक, पोटेंसी व रेपीटेशन का निर्धारण किया जाता है । इसलिए होम्योपैथी में सभी के लिए एक ही स्वास्थ्य समस्या के लिए एक ही सामान्य औषधि संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि होम्योपैथी में कोरोना संक्रमण के दौरान रोगियों के लिये प्रभावकारी औषधियां उपलब्ध हैं, परंतु उनका पूरा लाभ चिकित्सक द्वारा रोगी के लक्षणों के आधार पर चयनित औषधि का प्रयोग कर ही प्राप्त किया जा सकता है । उन्होंने कहा कि इस प्रकार से विभिन्न माध्यमों से होम्योपैथिक दवाओं के प्रचार से लोगों के मन में होम्योपैथी के प्रति अनेक भ्रांतियाँ उत्पन्न हो रही हैं । उन्होंने जनता से कोरोना काल मे अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए चिकित्सकों की सलाह से सरल, कम ख़र्चीली, दुष्परिणाम रहित, सम्पूर्ण निरोग प्रदान करने वाली होम्योपैथिक औषधियों के प्रयोग की अपील की है ।