- टीबी व कोरोना के संक्रमण का तरीका व लक्षण समान
- जब भी कोविड के लक्षण नजर आएं तो जाँच जरूर कराएँ
- घर पर डबल मास्क का इस्तेमाल करें, अन्य प्रोटोकाल भी मानें
लखनऊ, 3 जून 2021 - क्षय रोग (टीबी) एक संक्रामक बीमारी है और यह हवा के माध्यम से फैलती है | टीबी ग्रसित के बोलने, छींकने और खांसने से निकलने वाली बूंदों से यह फैलती है | वर्तमान में कोरोना का संक्रमण भी फैला हुआ है | टीबी और कोरोना के लक्षण और फैलने का तरीका समान है | ऐसे में कोरोना काल में टीबी रोगियों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है | अगर फेफड़ों के टीबी से ग्रसित मरीज को कोविड हो जाता है तो यह उसके लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि कोविड सीधे फेफड़ों पर हमला करता है | टीबी के साथ कोरोना होने पर स्थिति गंभीर बन सकती है | यह कहना है जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. अनिल कुमार चौधरी का |
जिला क्षय रोग अधिकारी बताते हैं – ऐसे मरीजों के परिवार वालों को भी विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है | घर में टीबी के मरीज को डबल मास्क लगाना चाहिए | घर में अगर किसी सदस्य को कोविड हो जाता है तो उसके साथ –साथ टीबी के मरीज को भी अपनी कोविड की जांच करानी चाहिए | टीबी के मरीज को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए | अगर बहुत जरूरी है तो डबल मास्क लगाकर ही निकले | टीबी के मरीज को नियमित दवा का सेवन करना चाहिए | लॉक डाउन व कोविड को देखते हुए इसीलिए टीबी के मरीजों को उनके घर पर ही दवा पहुंचाई जा रही है |
टीबी मरीज जब भी घर के सदस्यों से मिलें तो कोविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें | दवाओं के साथ –साथ ही पौष्टिक आहार का सेवन करें जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं | क्षय रोगियों को इसीलिए इलाज के दौरान पौष्टिक आहार के लिए हर माह निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपये सीधे उनके खाते में सरकार द्वारा दिए जाते हैं |
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के पब्लिक प्राइवेट मिक्स (पीपीएम) समन्वयक रामजी वर्मा ने बताया - टीबी के मरीज को अगर कोविड के लक्षण नजर आएं तो बिना देरी किये कोविड की जाँच कराएं | जिले में पांच ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्रों में सीबीनाट से एवं 13 शहरी एवं ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्रों पर ट्रूनेट विधि से टीबी की जांच की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध है |
जिला क्षय रोग अधिकारी ने सभी निजी चिकित्सकों, चिकित्सा व्यवसाईयों, पैथोलोजिस्ट , केमिस्ट एवं डायग्नोस्टिक सेंटर के प्रबंधकों से अपील करते हुए कहा- “टीबी हारेगा देश जीतेगा” अभियान के अंतर्गत सम्पर्क करने करने वाले अधिकारियों /कर्मचारियों का सहयोग करते हुए अभी तक अधिसूचित न होने वाले क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन कराना सुनिश्चित कराएँ साथ ही भविष्य में निदानित होने वाले क्षय रोगियों का भी निक्षय पोर्टल पर समय से नोटिफिकेशन कराना सुनिश्चित करें | ताकि सम्बंधित रोगी को प्रावधानुसार देय सुविधाओं के साथ इलाज शुरू किया जा सके |