नई दिल्ली (डेस्क) - भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने गुरुवार, 12 दिसंबर को सिंगापुर में वर्ल्ड शतरंज चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया है । वह इस खिताब को जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने हैं। वहीं, गुकेश, विश्वनाथन आनंद के बाद शतरंज में विश्व चैंपियन बनने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने हैं।
भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने गुरुवार को 14वें और अंतिम दौर में चीन के मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरेन को हराकर फीडे विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीती है। गुकेश ने विश्व चैंपियन बनकर रूस के महान गैरी कास्परोव को पीछे छोड़ दिया। कास्परोव अब तक के सबसे युवा विश्व चैंपियन थे। वह 1985 में 22 वर्ष की उम्र में चैंपियन बने थे। भारतीय युवा ग्रैंड मास्टर ने लिरेन को 7.5-6-5 से हराकर विश्व खिताब अपने नाम किया। 12 साल के लंबे अंतराल के बाद किसी भारतीय ग्रैंड मास्टर ने इस खिताब पर कब्जा जमाने में कामयाबी हासिल की है। गुकेश से पहले भारत के विश्वनाथन आनंद (2000-2002 और 2007-2013) विश्व शतरंज चैंपियन रहे थे।