- विकास कार्यों में लापरवाही बरतने पर होगी कठोर कार्यवाही
गोण्डा । सोमवार को मण्डलायुक्त सभागार में आयुक्त, देवीपाटन ने मंडल में चल रहे विकास प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने नवम्बर माह में मंडल में कराए गए विकास कार्यक्रमों की बारी-बारी से समीक्षा की। आयुक्त द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, मनरेगा, पीएम कुसुम योजना, दिव्यांग पेंशन योजना, ऑपरेशन कायाकल्प, निराश्रित गोवंश, शादी अनुदान योजना, कन्या विवाह सहायता योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना, निराश्रित महिल पेंशन योजना तथा वृद्धावस्था पेंशन योजना सहित सर्वोच्च प्राथमिकता वाले विकास सभी कार्यक्रमों की समीक्षा की गयी।
बैठक के दौरान आयुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को जनपद स्तर पर विकास कार्यों की नियमित रूप से समीक्षा करने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारियों द्वारा बताया गया कि जिन अधिकारियों के पास दो या तीन जिलों का अतिरिक्त प्रभार है वह अक्सर बैठकों में उपस्थित नहीं होते हैं, इस पर आयुक्त ने निर्देश दिए कि समीक्षा बैठक में सभी अधिकारी नियमित रूप से उपस्थित हो यदि किसी अधिकारी द्वारा बिना स्वीकृति के अनुपस्थित होते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने सभी जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा जाए, साथ ही मंडल स्तर पर भी अवगत कराया जाए।।
बैठक में बलरामपुर के जिलाधिकारी ने बताया कि बलरामपुर के पर्यटन सूचना अधिकारी मनीष श्रीवास्तव अक्सर बैठकों में गायब रहते हैं इस पर आयुक्त ने गहरी नाराजगी जताते हुए स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए, साथ ही कहा कि स्पष्टीकरण संतोषजनक न पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाए।
आयुक्त ने टीबी मुक्त भारत अभियान की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाए। प्रत्येक व्यक्ति को इसके प्रति सचेत किया जाए। टीबी से ग्रसित व्यक्तियों के पहचान कर उनका समुचित उपचार कर उन्हें मुख्य धारा में वापस लाया जाए। उन्हें हर संभव मदद प्रदान की जाए, टीबी रोग से पूरे प्रदेश को मुक्त किया जाए। उन्होंने विद्यालयों में बच्चों के नामांकन बढ़ाने तथा उन्हें बेहतर से बेहतर शिक्षा प्रदान कराए जाने को लेकर की जा रही कार्यवाही की भी समीक्षा की उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में बच्चे कम उपस्थित होते हैं वहां के शिक्षक को अच्छी ट्रेनिंग दी जाए साथ ही अभिभावकों से अनुरोध कर बच्चों की उपस्थिति शतप्रतिशत सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यालय का रोस्टर के अनुसार निरीक्षण किया जाए। निरीक्षण के दौरान जो भी कमियां पाए जाए उसको दूर कराया जाए
बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त देवीपाटन, वन संरक्षक देवीपाटन, जिलाधिकारी गोण्डा, मुख्य विकास अधिकारी गोण्डा, अपर निदेशक स्वास्थ्य, सभी विभागों के मंडलीय अधिकारीगण सहित अन्य जिलों के अधिकारी ऑनलाइन के माध्यम से जुड़े रहे।