- डायरिया रोको अभियान के तहत आयोजित की जा रहीं विभिन्न गतिविधियाँ
उन्नाव I मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरि नंदन प्रसाद ने शुक्रवार को नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र काशीराम कालोनी का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने वहां बनाये गए ओआरएस कार्नर का निरीक्षण किया और शून्य से पांच साल तक के बच्चों को ओआरएस के पैकेट व जिंक की गोलियां प्रदान की। उन्होंने डायरिया की स्थिति में इसकी उपयोगिता के बारे में भी विस्तार से बताया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि जनपद के शून्य से पांच साल तक के 403784 बच्चों को डायरिया से सुरक्षित बनाना स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता में शामिल है। इसके लिए डायरिया रोको अभियान चलाया जा रहा है, जो कि 31 जुलाई तक चलेगा और इसके तहत समुदाय में विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। अभियान की इस साल की थीम- “डायरिया की रोकथाम, सफाई और ओआरएस से रखें अपना ध्यान” तय की गयी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि बच्चे को दिन भर में तीन या तीन से अधिक बार दस्त हो तो समझना चाहिए कि बच्चा डायरिया से ग्रसित है और ऐसे में उसको तत्काल ओआरएस का घोल देना चाहिए ताकि शरीर में पानी की कमी न होने पाए। उन्होंने बताया कि डायरिया रोको अभियान के तहत ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति की बैठकों में डायरिया से जुड़े प्रमुख संदेशों पर प्राथमिकता से चर्चा की जा रही है। बैठक में बताया जा रहा है कि दस्त के दौरान बच्चों को तरल पदार्थ दिया जाए, दस्त होने पर बच्चों को उम्र के अनुसार 14 दिनों तक जिंक की गोली अवश्य दी जाए, स्वच्छ पेयजल का उपयोग किया जाए और खाना बनाने से पूर्व, परोसने से पूर्व और खाना खिलाने से पूर्व और बच्चों का मल साफ़ करने के बाद हाथों को साबुन-पानी से अच्छी तरह से अवश्य धुलें। अभियान के तहत जनपद और ब्लाक स्तर पर दस्त प्रबन्धन गतिविधियों से सम्बन्धित समस्त स्वास्थ्य कर्मियों की बैठक कर डायरिया से जुड़े प्रमुख संदेशों पर भी चर्चा की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल इंडिया (पीएसआई इंडिया) और केनव्यू के सहयोग से ‘डायरिया से डर नहीं’ कार्यक्रम चलाया जा रहा है जोकि डायरिया रोको अभियान में सहयोग प्रदान कर रही हैं। कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य केंद्रों एवं समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर ओआरएस और जिंक कॉर्नर बनाए जा रहे हैं और दीवार लेखन के माध्यम से भी लोगों को डायरिया के प्रति जागरूक किया जा रहा है। फ्रंट लाइन वर्कर का डायरिया के बारे में अभिमुखीकरण भी किया जा रहा है। इस मौके पर इंतज़ार अहमद सिद्दीकी, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक डॉ. मो. आरिफ़, एफपीएलएमआईएस मैनेजर, एसएमसी यूनिसेफ़ मो. दिलशाद, पीएसआई इंडिया से गजेंद्र सिंह व अशरफ हुसैन और नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. सुजीत कुमार एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।