नए-नए तरीके अपनाएँ, घर पर बच्चों का मन बहलायें



लखनऊ, 30 मार्च 2020 - कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते आज कल लोग काम पर नहीं जा पा रहे हैं | स्कूल भी बंद हैं | ऐसे माहौल में तनाव और घबराना सामान्य है | इस सम्बन्ध में विश्व स्वास्थ्य संगठन( WHO), यूनिसेफ़ व अन्य संगठनों ने सुझाव दिये हैं कि वर्तमान परिस्थितियों में बच्चों की देखभाल व उनके साथ किस प्रकार का व्यवहार करें |

छोटे बच्चों के साथ समय बिताने के तरीके:
अपने बच्चे के साथ गाना गाएँ, चम्मच व बर्तनों से संगीत बनाएं | उनके चेहरे के भाव और आवाजों को दोहराएँ | कप या ब्लॉक्स को एक के ऊपर एक रखें | किताब पढ़कर या चित्र दिखाकर कहानी सुनाएँ |  डांस करें, स्कूल के काम करने में मदद करें | एक साथ सब लोग मिलकर घर का काम करें – सफाई व खाना बनाने के खेल बनाएं |  बच्चों से पूछें कि वह क्या करना चाहते हैं | ऐसा करना उनमें आत्मविश्वास पैदा करता है | यदि वह कुछ ऐसा करना चाहते हैं जो शारीरिक दूरी के साथ नहीं किया जा सकता है तो यह उनके साथ इस बारे में बात करने का अच्छा अवसर है | टीवी और फोन बंद रखें | यह वायरस फ्री समय है |

किशोर-किशोरी के साथ समय बिताने के तरीके :
उनकी बातों को ध्यान से सुनें | उनकी तरफ देखें| उन पर पूरा ध्यान दें | साथ में व्यायाम करें | उनकी पसंदीदा चीजों जैसे खेल, टीवी शो, उनके दोस्तों के बारे में बात करें |

व्यवहार कैसा हो :
आज के तनाव के समय बच्चों व् किशोर/किशोरियों के साथ सकारात्मक व्यवहार करें | बच्चों से शांत स्वर में बात करें | बच्चों पर चिल्लाना माता-पिता में क्रोध और तनाव ही उत्पन्न करता है | कुछ करने पर उनकी प्रशंसा करें | बच्चों की जरूरतों को सुनें | बच्चों से ऐसा काम ना करने को कहें जो वह न  कर सकते हों | ऐसी दिनचर्या बनाएं जो आप रोजाना अपना सकें और जरूरत पड़ने पर बदली जा सके | अपनी दिनचर्या में व्यायाम शामिल करें यह बच्चों को अधिक ऊर्जावान और तनाव को कम करने में मदद करता है | बच्चों से सुरक्षित दूरी और स्वच्छता रखने का अभ्यास कराएँ | हाथ धोने के लिए 20 सेकेण्ड का गाना बनाएं | बच्चों के नियमित हाथ धोने के अंक दें और प्रशंसा करें | यह देखने के लिए कि हम कितनी बार अपने चेहरे को छू सकते हैं, एक खेल बनायें |  सबसे कम बार चेहरे को  छूने वाले को इनाम दें |

बुरे व्यवहार को दें मात :
बच्चे के बुरे व्यवहार को अच्छे व्यवहार में बदलें | गुस्सा होने पर उनका ध्यान दूसरी तरफ बटायें | अगर बच्चा चीखता है तो अपने आप को 10 सेकेण्ड दें, पांच बार धीरे-धीरे सांस अन्दर बाहर करें | चेतावनी का उपयोग करें – बच्चों को यह बताने में सहायता करती है कि वह क्या करते हैं | यह मारने –डांटने की अपेक्षा अधिक प्रभावी होती है और अनुशासन बनाये रखती है |

अपने आप को शांत रखें :
यह एक तनावपूर्ण समय है | अपना ख्याल रखें, ताकि अपने बच्चों को संभाल सकें | आप अकेले नहीं हैं | लाखों लोग इस समय भय में हैं | किसी ऐसे व्यक्ति को खोजें जिससे आप अपनी भावनाओं के बारे में बात कर सकते हैं | सोशल मीडिया से बचें | यह डर पैदा करता है | शराब पीने से बचें |

बच्चों से करें कोविड-19 पर बात :
बच्चों के सवालों के जवाब हमेशा सच्चाई से दें | चुप्पी और रहस्य हमारे बच्चों की रक्षा नहीं करते | उन्हें जल्दी व स्पष्ट बताएं | उनके प्रश्नों को सुनने, समझने व पूछने के लिए वक़्त निकालें | बच्चे आप से बार-बार यह प्रश्न पूछ सकते हैं – “मेरा स्कूल बंद क्यूँ है?”, “वायरस क्या है ?”, “वह कैसा दिखता है ?”, “कहाँ छिपता है ? , “ मुझे घर पर क्यूँ रहना है ?, “मैं क्या कर सकता हूँ”?, “मुझे अपने हाथ क्यूँ धोने हैं?”, “मैं अपने  दोस्तों के साथ क्यूँ नहीं जा सकता ?”, मृत का क्या मतलब होता है? यदि हम अपने जवाबों को शांत और सहायक तरीके से दोहराते हैं तो यह उनको आश्वासन देता है |