75 जनपदों के मास्टर ट्रेनरर्स को दिया गया योग प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण



लखनऊ - 11वें  अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (21 जून, 2025) के अवसर पर अधिक से अधिक लोगों को योग से जोड़कर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए प्रत्येक जनपद से एक मास्टर ट्रेनर चयनित किए गए हैं। 75 जनपदों के मास्टर ट्रेनरर्स को योग प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण देने के लिए राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषधि निर्माणशाला, लखनऊ में प्रशिक्षण कार्यक्रम (कार्यशाला) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन रंजन कुमार, प्रमुख सचिव, आयुष, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा किया गया। कार्यक्रम में हरिकेश चौरसिया, विशेष सचिव, आयुष विभाग, उत्तर प्रदेश शासन, प्रोफेसर जमाल अख्तर (निदेशक यूनानी सेवायें, उत्तर प्रदेश), डॉनारायण दास(उपनिदेशक, आयुर्वेदिक सेवायें, उत्तर प्रदेश), डॉ बृजेश कुमार, अधीक्षक औषधि निर्माणशाला, प्रोफेसर आरबी यादव, राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय, लखनऊ, डॉ बृजेश गुप्ता, डॉ अवधेश द्विवेदी, डॉक्टर राधेकांत चतुर्वेदी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में प्रशिक्षित मास्टर योग ट्रेनर अपने-अपने जनपदों में योग वेलनेस सेंटर एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर में कार्यरत योग प्रशिक्षकों को योग प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। प्रशिक्षित योग प्रशिक्षक योग समर्पित संस्थाओं के योग साधकों एवं आशाओं को योग प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण देंगे, जिनके माध्यम से प्रदेश के समस्त नगर निगमों एवं ग्राम पंचायतों में योग दिवस का आयोजन करते हुए अधिक से अधिक लोगों को योग से जोड़ा जाएगा।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में रंजन कुमार,  प्रमुख सचिव, आयुष, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि योग प्रकृति के समस्त घटकों वृक्ष, पशु, पंचतत्वों आदि को जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है जिसके आधार पर आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वर्ष 2025 को 'Yoga for One Earth One Health(एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग) की थीम रखी गई है। योग का पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण़ योगदान है। योग के प्रतिदिन प्रयोग से गैर संचारी रोगों (मधुमेह, उच्च रक्त चाप, तनाव आदि) से बचा जा सकता है। प्रदेश में 01 जून, 2025 से यूटयूब लाइव के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं योग प्रशिक्षकों के द्वारा विभिन्न रोगों में योग के प्रभाव संबंधी व्याख्यानों का प्रसारण किया जाएगा। जिससे योग का फायदा अधिक से अधिक लोगों को मिल सके।