लखनऊ - उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ-2025 में अपनी सेवाएं देने वाले परिवहन निगम के चालकों और परिचालकों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा घोषित ₹10,000 के बोनस का भुगतान कर दिया है। इस योजना के तहत कुल 24,071 कर्मचारियों के बैंक खातों में ₹10-10 हजार की धनराशि भेजी गई, जिससे कुल ₹24.71 करोड़ का भुगतान प्रदेश सरकार की ओर से किया गया है। इनमें 11,786 चालक और 12,285 परिचालक शामिल हैं।
इस महत्वपूर्ण जानकारी को साझा करते हुए परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताते हुए कहा कि यह निर्णय चालकों और परिचालकों के उत्साहवर्धन के लिए एक प्रेरणादायी कदम है। उन्होंने कहा कि जिस समर्पण और जिम्मेदारी के साथ परिवहन निगम के कर्मियों ने महाकुंभ जैसे विराट धार्मिक आयोजन में सेवाएं दीं, वह प्रशंसनीय है। मुख्यमंत्री द्वारा की गई यह घोषणा न केवल कर्मचारियों के परिश्रम को मान्यता देती है, बल्कि भविष्य में उन्हें और अधिक समर्पण से सेवा देने के लिए प्रेरित भी करेगी।
महाकुंभ-2025 में पूरे प्रदेश के 19 परिवहन क्षेत्रों से चालक और परिचालक भेजे गए थे, जिन्होंने कड़ाके की ठंड, भारी भीड़ और लंबी ड्यूटी के बावजूद श्रद्धालुओं को सुरक्षित, सुविधाजनक और समयबद्ध यात्रा सेवा प्रदान की। आगरा क्षेत्र से 1,385, गाजियाबाद से 1,469, मेरठ से 1,413, सहारनपुर से 994, अलीगढ़ से 1,284, मुरादाबाद से 1,358, बरेली से 1,149, हरदोई से 1,803, इटावा से 1,235, कानपुर से 1,387, झांसी से 574, लखनऊ से 2,162, अयोध्या से 725, प्रयागराज से 1,522, आजमगढ़ से 1,163, गोरखपुर से 1,424, वाराणसी से 1,116, चित्रकूट से 927 और देवीपाटन मंडल से 981 चालक और परिचालक ड्यूटी पर तैनात किए गए थे।
परिवहन मंत्री ने यह भी कहा कि महाकुंभ-2025 का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और इसमें लगभग 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। इतने विशाल जनसमूह की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करना आसान कार्य नहीं था, लेकिन परिवहन निगम के चालकों और परिचालकों ने पूरी तत्परता, अनुशासन और समर्पण से यह चुनौती निभाई। इस पूरे आयोजन की सफलता का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व, प्रबंधन और दूरदर्शिता को जाता है।इस निर्णय ने स्पष्ट कर दिया है कि उत्तर प्रदेश सरकार न केवल धार्मिक आयोजनों की भव्यता और सुचारु संचालन को लेकर प्रतिबद्ध है, बल्कि उन कर्मचारियों को भी पूरा सम्मान और प्रोत्साहन देती है, जो हर परिस्थिति में प्रदेश की जनता और तीर्थ यात्रियों की सेवा में जुटे रहते हैं।