- टीबी रोगियों को पोषण समाग्री देने में कर रहे सहयोग निक्षय मित्र
बाराबंकी - राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में टीबी रोग के प्रति जन जागरूकता लाकर वर्ष 2025 तक टीबी को पूरी तरह खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है। लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ आमजन की सहभागिता जरूरी है। इसके लिए निक्षय मित्र की सहायता ली जा रही है । इसी क्रम में जिले में 2313 क्षय रोगियों को बेहतर पोषण देने के लिए निक्षय मित्रों ने गोद लिया है। साथ ही कुल 3511 से ज्यादा क्षय रोगियों का निःशुल्क उपचार चल रहा है।
जिला छय रोग अधिकारी डा विनोद कुमार दोहरे ने सभी सक्षम जनपद वासियों से अपील की है कि वर्ष 2025 तक देश को क्षय रोग मुक्त करने लिए टीबी रोगियों को गोद लेने के लिए आगे आएं। उन्होंने बताया कि अभी कुछ व्यापारिक, सामाजिक, राजनीतिक आदि निक्षय मित्र बनकर पोषण सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि क्षय रोगी को उपचार के साथ बेहतर पोषक तत्व की आवश्यकता होती है। पोषक तत्व के साथ पूरा उपचार लें, तो क्षय रोगी जल्द ही स्वस्थ हो सकते हैं।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि निक्षय मित्र योजना के तहत कोई भी स्वयंसेवी संस्था, औद्योगिक इकाई या संगठन राजनीतिक दल या कोई भी व्यक्ति क्षय रोगी को गोद ले सकता है। जिले में 2313 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है। जिले को कोई भी इच्छुक व्यक्ति, सहकारी समिति, निर्वाचित प्रतिनिधि, गैर सरकारी संस्था, राजनीतिक पार्टी अपने स्तर से टीबी रोगियों को जरूरी सहायता उपलब्ध करा सकते हैं। इसके लिये उन्हें विभागीय पोर्टल पर जाकर अपना पंजीकरण कराना होगा। जिला यक्ष्मा केंद्र में सीधे संपर्क कर भी निक्षय मित्र के रूप में अपना पंजीकरण कराया जा सकता है।
ऐसे बनें निक्षय मित्र : जिला समन्वयक शिप्रा ने बताया कि निक्षय मित्र बनने वाले व्यक्ति या संस्था को कम से कम एक साल के लिए और अधिक से अधिक तीन साल के लिए जिले या किसी ब्लॉक, वार्ड के क्षय रोगियों को गोद लेकर मरीज़ को पोषण सम्बन्धी जरूरी मदद उपलब्ध करानी है । निक्षय मित्र अभियान से जुड़ने के लिए निक्षय पोर्टल https://communitysupport.nikshay.in पर रजिस्ट्रेशन करें । उन्होंने बताया कि जिले में 90 निक्षय मित्र हैं, जिन्होंने क्षय रोगियों को गोद लिया है। इस अभियान से सहजता पूर्वक जुड़ा जा सकता है। निक्षय हेल्प लाइन नंबर 1800116666 पर संपर्क कर इस संबंध में विस्तृत जानकारी हासिल की जा सकती है।