- जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय की गयी विभागों की जिम्मेदारी
- पूरे जुलाई माह चलने वाले अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ होंगे कई अन्य विभाग
लखनऊ, 21 जून 2021 - जनपद में विशेष संचारी रोग नियंत्रण तथा दस्तक अभियान एक से 31 जुलाई तक चलाया जायेगा | अभियान की तैयारी को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में सोमवार को जिलाधिकारी (डीएम) अभिषेक प्रकाश की अध्यक्षता में जिला टास्क फ़ोर्स की बैठक हुई | बैठक में चिकनगुनिया, जापानी इनसेफेलाइटिस(जेई) एवं एईएस पर चर्चा हुई |
जिलाधिकारी ने कहा- संचारी रोग व दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण तथा त्वरित एवं सही उपचार सरकार की प्राथमिकता में है | वर्ष 2020 में मार्च, जुलाई एवं अक्टूबर में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान सभी जनपदों में चलाया जा चुका है | जुलाई एवं अक्टूबर 2020 तथा मार्च 2021 में सम्पन्न दस्तक अभियान में संचारी रोगों के साथ ही कोविड -19 से बचाव तथा इस रोग के लक्षणों के बारे में फ्रंटलाइन वर्कर्स घर-घर जाकर बता चुकी हैं | जिले में 12 से 25 जुलाई के बीच दस्तक अभियान भी चलाया जायेगा |
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा- पूरे जनपद में जलाशयों सहित ऐसे सभी स्थान जहाँ पानी जमा होता है उनकी सफाई हेतु 25 जून से 10 जुलाई तक विशेष सफाई अभियान चलाया जायेगा |
विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान बुखार, खांसी और जुकाम जैसे लक्षण के मरीज मिलने पर रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) द्वारा उसकी जाँच की जायेगी | निगरानी समिति द्वारा 18 साल तक के बच्चों को दवाई किट उपलब्ध कराई जाएगी | जिलाधिकारी ने नगर निगम से संपर्क कर सेनिटाइजेशन कराने, तालाबों में गम्बुजिया मछली डालने , पशुपालन विभाग को सुकरबाड़ों को आबादी से दूर करवाने के निर्देश दिए | इसके साथ ही बड़े हॉट स्पॉट एरिया फैजुल्लागंज, गोमती नगर, इंदिरा नगर और त्रिवेणी नगर में विशेष ध्यान देने की बात कही | जिलाधिकारी ने कहा- स्वास्थ्य विभाग इस अभियान का नोडल है | पूरा अभियान कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चलाया जायेगा |प्रत्येक शनिवार को अभियान की समीक्षा बैठक का आयोजन किया जायेगा जिसमें सभी विभाग अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट लेकर आयेंगे |
नगर विकास विभाग नगरीय क्षेत्र में शुद्ध पेयजल, साफ-सफाई, मच्छरों की रोकथाम, संवेदनशील क्षेत्रों को खुले में शौच से मुक्त कराना और नाला-नालियों की साफ-सफाई का काम देखेगा। पंचायती राज व ग्राम्य विकास विभाग जनजागरूकता, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, वेक्टर कंट्रोल और वातावरणीय स्वच्छता के प्रयास करेगा |
बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के जिम्मे कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन, उन्हें पुष्टाहार वितरित करना, जनजागरूकता व संवेदीकरण, दिमागी बुखार के दिव्यांग बच्चों को योजनाओं का लाभ दिलवाना होगा।
शिक्षा विभाग व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये जनजागरूकता अभियान व संवेदीकरण, चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा बीमारियों की जांच के लिए प्रयोगशाला प्राविधिक प्रशिक्षण, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा दिमागी बुखार के दिव्यांग रोगियों के कल्याण की योजनाओं का लाभ दिलवाने का काम करेगा।
कृषि एवं सिंचाई विभाग द्वारा मच्छरों के प्रजनन पर रोक लगाने, सूचना विभाग द्वारा प्रचार-प्रसार और उद्यान विभाग द्वारा मच्छर रोधी पौधों के रोपण जैसी गतिविधियां प्रमुख तौर पर संचालित की जानी हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय भटनागर ने बताया- दस्तक अभियान के तहत इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) के मरीजों, बुखार के मरीजों, क्षय रोग के लक्षण वाले मरीजों और कुपोषित बच्चों की भी सूची बनायीं जाएगी | दस्तक अभियान के दौरान जो टीबी के संभावित रोगी मिलेंगे, उनकी जांच कराई जाएगी और पुष्ट होने पर इलाज शुरू कराया जाएगा।
राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. के.पी.त्रिपाठी ने बताया- बुखार के रोगियों की जांच करा कर देखा जाएगा कि उनमें कहीं इंसेफेलाइटिस, कोविड, मलेरिया, डेंगू आदि के लक्षण तो नहीं है। लक्षण आधारित जांच करा कर उपचार किया जाएगा। जो भी कुपोषित बच्चे मिलेंगे उनका भी इलाज शुरू कराया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र भेजा जाएगा। आईएलआई के मरीजों की कोविड जांच होगी और उन्हें भी उपचार प्रदान किया जाएगा।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार, नगर आयुक्त अजय द्विवेदी, अपर निदेशक डा.(मेजर) जी.एस.बाजपेयी, सभी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी, सभी सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक, ब्लाक स्तरीय अधिकारी सहित विभागों के प्रतिनिधि, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, पाथ, फैमिली हेल्थ इण्डिया, गोदरेज एम्बेड, टाटा ट्रस्ट एवं प्लान इन्डिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे ।