- नशीली दवाओं के दुरूपयोग एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर संगोष्ठी
- ध्यान-योग के जरिये मानसिक समस्याओं से मिल सकती है मुक्ति
- नशीले पदार्थों का सेवन न करने की ली शपथ, हस्ताक्षर अभियान भी चला
लखनऊ - मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में शनिवार को “नशीली दवाओं के दुरूपयोग एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस” पर जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संगोष्ठी आयोजित हुई |
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय भटनागर ने कहा- कोरोना काल में बहुत से लोगों का काम-धंधा बंद रहा, काफी समय तक लोग घरों में ही रहे, इन सब चीजों का लोगों पर असर पड़ना स्वाभाविक है, इस कारण कुछ लोग चिंता और अवसाद से भी ग्रसित हुए हैं | इन समस्याओं से निजात पाने के चक्कर में वह अनजाने में नशीले पदार्थों का सेवन करने लगे हैं जबकि यह समस्या का समाधान नहीं है | ऐसे में उन्हें चिकित्सकों से सलाह लेनी चाहिए | ध्यान व योग करके वह मानसिक समस्याओं पर काबू पा सकते हैं |
जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. आर.के.चौधरी ने जनपद में चलाए जा रहे जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम लखनऊ के बारे में विस्तार से बताया l इस मौके पर बलरामपुर चिकित्सालय के मनोचिकित्सक डॉ0 देवाशीष शुक्ला ने नशीले पदार्थों से होने वाले शारीरिक और मानसिक समस्याओं और उनके उपचार के विषय में बताया l जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के मनो चिकित्सक डॉ0 अभय सिंह ने नशा करने के कारणों तथा उनसे बचने के उपायों के बारे मे बताया l
राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम लखनऊ की साईकोलॉजिस्ट डॉ0 रजनीगंधा ने तम्बाकू से होने वाले रोगों तथा उनको छोड़ने के उपायों के बारे में बताया l इस मौके पर नशीले पदार्थों जैसे शराब, चरस, गांजा, अफीम, ड्रग तंबाकू इत्यादि का सेवन न करने की शपथ दिलाई | इसके साथ ही हस्ताक्षर अभियान के अंतर्गत कार्यक्रम में उपस्थित समस्त अधिकारियों /कर्मचरियों द्वारा बैनर पर हस्ताक्षर किए गए l
कार्यक्रम में जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम लखनऊ की टीम के मानसिक स्वास्थ्य सामाजिक कार्यकर्ता रवि द्विवेदी, निगरानी मूल्यांकन अधिकारी श्रवण कुमार, आदेश पांडे, संजय कुमार, सन्तोष कुमार पाल, सैय्यद कल्बे रजा सहित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के अधिकारी/कर्मचारी भी उपस्थित थे l