- मुख्य चिकित्सा अधिकारी व अन्य अधिकारियों ने स्वास्थ्य केन्द्रों का किया निरीक्षण
- स्वास्थ्य इकाइयों पर कोविड प्रोटोकाल का किया गया पूरी तरह से पालन
लखनऊ - जनपद के जिला महिला अस्पताल एवं संयुक्त जिला चिकित्सालय सहित 80 शहरी एवं ग्रामीण सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस का आयोजन किया गया | मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय भटनागर ने ऐशबाग और टुड़ियागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का भ्रमण कर अभियान का निरीक्षण किया | जिले में लगभग 2200 गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क जाँच हुई |
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा - इस दिवस का आयोजन हर माह की नौ तारीख को किया जाता है | इसके आयोजन का मुख्य उद्देश्य गर्भवती को प्रसव पूर्व कम से कम एक बार एमबीबीएस चिकित्सक की देख रेख में निःशुल्क जांच एवं उपचार उपलब्ध कराना है ताकि उच्च जोखिम की गर्भावस्था (एचआरपी) की पहचान कर उसे समय से इलाज उपलब्ध कराया जा सके | इस दौरान गर्भवती की हीमोग्लोबिन की जाँच, पेशाब की जांच, सिफलिस की जाँच, एचआईवी की जाँच और अल्ट्रा साउंड निःशुल्क किया जाता है |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा- प्रशिक्षित महिला चिकित्सक द्वारा गर्भवती की जाँच कराने का उद्देश्य होता है कि महिला के स्वास्थ्य की जाँच के साथ गर्भ में पल रहे बच्चे की सही स्थिति का ज्ञान हो सके ताकि समय रहते गर्भवती को इलाज मुहैया कराया जा सके ताकि जच्चा और बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहें |
डा. संजय भटनागर ने कहा- कोरोना संक्रमण के इस दौर में गर्भवती को विशेष ध्यान देने की जरूरत है | उन्हें कोरोना से बचाव के सभी प्रोटोकॉल जैसे मास्क लगाना , बार बार हाथ धोना और दो गज की शारीरिक दूरी का पालन करना चाहिए | साथ ही वह बेवजह बाहर न निकलें | मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा- गर्भवती के कोविड टीकाकरण के लिए गाइडलाइन जारी हो गयी है | वह ऑनलाइन स्लॉट बुक कर किसी भी केंद्र पर जाकर कोरोना का टीका लगवा सकती है | गर्भवती के लिए कोविड का टीका पूरी तरह सुरक्षित है | इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने केंद्र पर आई गर्भवतियों को फल भी वितरित किये |
इसी क्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी(एसीएमओ) व प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य (आरसीएच) के नोडल अधिकारी डा अजय राजा द्वारा सीएचसी इटौंजा और सीएचसी बक्शी का तालाब का तथा अन्य चिकित्सा अधिकारियों द्वारा विभिन्न शहरी और ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्रों का भ्रमण कर पीएमएसएमए का निरीक्षण किया गया | योगेश रघुवंशी ने बताया – जिले में लगभग 2200 गर्भवती महिलाओं की जाँच हुई जिसमें करीब 325 गर्भवती उच्च जोखिम की चिन्हित हुईं |
पीएमएसएमए के तहत सीएचसी काकोरी पर काउंटर लगाकर गर्भवती की जाँच की गयी | मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. दिलीप भार्गव ने बताया- इस मौके पर कुल 85 गर्भवती की जांच की गयी जिसमें से छह गर्भवती उच्च जोखिम की चिन्हित हुयीं |
इस मौके पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.मिलिंद वर्धन, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी व स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे |