आखिरकार वाराणसी में एक रेलवे स्टेशन है जिसका पुराना नाम बनारस है। पूरी तरह से पुनर्निर्मित मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बनारस रेलवे स्टेशन कर दिया गया है। पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) के अधिकारियों ने साइनबोर्ड को स्टेशन के नए नाम से बनारस के रूप में बदल दिया है।
एनईआर के अधिकारियों के अनुसार, इस रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की प्रक्रिया फरवरी 2019 में पूर्व रेल राज्यमंत्री और अब जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुरू की थी। उसी साल योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और इसे गृह मंत्रालय को भेज दिया। 16 सितंबर 2020 को राज्यपाल द्वारा मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का औपचारिक नाम बदलकर बनारस रेलवे स्टेशन करने पर मुहर लगी थी।
काशी के विद्वतजनों की मांग पर स्टेशन की नाम पट्टिका पर संस्कृत में भी (बनारस:) अंकित किया जा रहा है। बृहस्पतिवार से जारी होने वाले टिकटों पर बनारस नाम अंकित किया जाएगा।