11 अगस्त तक चलेगा कृमि मुक्ति अभियान



लखनऊ - जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान 2 अगस्त से चलाया जा रहा है जो 11 अगस्त तक चलेगा | इस अभियान के तहत  बच्चों को आशा और आगंनवाड़ी कार्यकर्ता घर–घर जाकर पेट के कीड़े निकालने की दवा “एल्बेण्डाजाल” खिला रही हैं । यह अभियान स्वास्थ्य और बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के संयुक्त प्रयास से चलाया जा रहा है |

इस सम्बन्ध में जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबन्धक(डीसीपीएम) विष्णु प्रताप ने बताया- जनपद में  एक से 19 वर्ष तक के लगभग 14.33 लाख बच्चों को एल्बेण्डाजाल  खिलाने का लक्ष्य रखा गया है | कोरोना महामारी के कारण आगंनवाड़ी केंद्र और स्कूल आदि बंद चल रहे हैं। इसलिए इस बार आशा और आगंनवाड़ी कार्यकर्ता की मदद से एक वर्ष से 19 वर्ष तक की आयु के बच्चों को एल्बेण्डाजाल की दवा घर-घर जाकर खिलाई रही हैं । किसी भी अभिभावक को यह टेबलेट रखने या बाद में खिलाने के लिए नहीं देनी है। यह दवा आशा / आगंनवाड़ी के सामने ही बच्चों को खिलानी है। खाली पेट दवा नहीं खिलानी है ।

श्री प्रताप ने बताया- किसी भी तरह की बीमारी होने पर बच्चे को एल्बेण्डाजाल टेबलेट नहीं खिलानी है। यदि दवा खाने के बाद उल्टी या मिचली महसूस होती है तो घबराने की जरूरत नहीं है। पेट में कीड़े ज्यादा होने पर दवा खाने के बाद सिरदर्द, उल्टी, मिचली थकान होना, या चक्कर आना महसूस होना एक सामान्य प्रक्रिया है। दवा खाने के थोड़ी देर बाद सब सही हो जाता है। इसके अलावा फिर भी किसी अन्य तरह की बड़ी परेशानी हो तो मुफ्त एंबुलेंस सेवा के टोल फ्री नंबर 108 से मदद ले सकते हैं। इसके अलावा ब्लाक स्तर पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की 2 टीमों को अलर्ट रखा गया है और मोबाइल नम्बर भी जारी किये गये हैं  ताकि दवा खाने के बाद कोई प्रतिकूल असर होने पर इनसे  सम्पर्क स्थापित कर समय से इलाज मुहैया कराया जा सके |

डीसीपीएम ने बताया-पेट में कीड़े होने से बच्चा कुपोषित हो सकता है और उसमें खून की कमी हो सकती है| साथ ही थकान, कमजोरी महसूस करता है | बच्चा किसी भी बीमारी से  ग्रसित हो सकता है | पेट में कीड़े न हों इसके लिए बच्चों के नाखून छोटे रखें | साफ सफाई का ध्यान  रखें, खाना बनाने और खाने से पहले हाथ धोएं, हमेशा चप्पल पहन कर रहें, साबुन से हाथ धोते रहें और हमेशा शौचालय का प्रयोग करें |

कोविड – 19 के सक्रमंण के चलते सभी फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं को खास प्रोटोकाल का पालन करने के निर्देश दिये गए हैं। अभियान में लगे सभी स्वास्थ्य कर्मी मास्क के साथ शारीरिक दूरी का पालन करते हुये बच्चों को दवा खिला रहे हैं ।