- जिले में 16 से 30 सितम्बर तक चलेगा ‘‘आपके द्वार आयुष्मान 2.0’’ अभियान
- लक्ष्य के सापेक्ष कम से कम 70 फीसदी परिवारों तक आयुष्मान कार्ड पहुंचाने के प्रयास
गोरखपुर - जिले में 16 से 30 सितम्बर तक ‘‘आपके द्वार आयुष्मान 2.0’’ अभियान चलाया जाएगा ताकि लक्ष्य के सापेक्ष कम से कम 70 फीसदी परिवारों तक आयुष्मान कार्ड पहुंच जाए । इसके लिए वंचित लाभार्थी परिवारों तक कैंप से पूर्व बुलावा पर्ची भेजी जाएगी और प्रेरित कर कार्ड बनवाया जाएगा । इस संबंध में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये हैं ।
आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी विजय किरण आनंद और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय के मार्गनिर्देशन में अभियान की कार्ययोजना बनाई जा रही है । अभियान के दौरान पंचायती राज विभाग से जुड़े जनप्रतिनिधियों और शहरी क्षेत्र में नगर निकाय से जुड़े जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाएगा । शहरी क्षेत्र में वार्ड के नोटिस बोर्ड पर, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में गांव के नोटिस बोर्ड पर लाभार्थियों की सूची चस्पा की जाएगी और कैंप से पूर्व आशा कार्यकर्ता लाभार्थी परिवार को सूचना देंगी । कैंप से एक दिन पूर्व आशा कार्यकर्ता या क्षेत्रीय कार्यकर्ता द्वारा लाभार्थी परिवार के मुखिया के नाम से तैयार बुलावा पर्ची उनके घर पहुंचायी जाएगी। बुलावा पर्ची पर नाम, कैंप का स्थान और तिथि अंकित रहेगी ।
डॉ. सिंह ने बताया कि अभियान में पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग और बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग का सहयोग लिया जाएगा । प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर वहां के अधीक्षक व चिकित्सा अधिकारी की निगरानी में नोडल टीम भी गठित होगी जो सुनिश्चित करेगी कि कैंप स्थल पर कार्ड बनाने की टीम समय से उपस्थित हो । कैंप स्थल पर भी लक्षित लाभार्थी परिवारों की सूची चस्पा रहेगी । कैंप का आयोजन किसी ऐसे सार्वजनिक स्थान जैसे पंचायत भवन, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक विद्यालय आदि पर किया जाएगा, जहां बिजली, पानी आदि की व्यवस्था हो । कैंप स्थल पर मास्क लगा कर आना है और हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखते हुए दो गज की दूरी के नियम का भी पालन करना है ।
1.42 लाख परिवारों में पहुंचा है कार्ड : योजना के जिला शिकायत प्रबंधक विनय कुमार पाण्डेय ने बताया कि जिले में करीब तीन लाख से अधिक लाभार्थी परिवारों के सापेक्ष 1.42 लाख परिवार ऐसे हैं जिनके किसी न किसी सदस्य के पास आयुष्मान कार्ड उपलब्ध है । अभियान का उद्देश्य छूटे हुए सभी परिवारों तक कार्ड की पहुंच बनाना है । जिला सूचना तंत्र प्रबंधक शशांक शेखर ने बताया कि 26 जुलाई से 12 अगस्त तक आयुष्मान पखवाड़ा मनाया गया था जिसमें 16789 आयुष्मान कार्ड बनाये गये थे । जिले में योजना से सम्बद्ध कुल 96 अस्पताल हैं, जिनमें 26 सरकारी अस्पताल और 70 निजी अस्पताल शामिल हैं । आयुष्मान कार्ड के साथ इन अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों का एक वर्ष में पांच लाख तक का निःशुल्क इलाज हो जाएगा । जिनके पास कार्ड होगा, वह देश के किसी भी हिस्से के संबद्ध अस्पताल में इलाज की यह सुविधा प्राप्त कर सकते हैं ।