लखनऊ - परिवार नियोजन कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पॉपुलेशन सर्विस इंटरनेशनल (पीएसआई) के सहयोग से हौसला साझेदारी कार्यक्रम के तहत पंजीकृत निजी चिकित्सालयों के प्रतिनिधियों की बैठक बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय सभागार में परिवार नियोजन कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डा. अभिलाषा मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित की | इस मौके पर नोडल अधिकारी ने कहा- महिलाओं को अनचाहे गर्भ से छुटकारा दिलवाने में, सीमित परिवार रखने में और शिशु मृत्यु दर को कम करने में परिवार नियोजन के साधनों की अहम् भूमिका है | सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर तो यह निशुल्क उपलब्ध हैं लेकिन सरकार ने निजी अस्पतालों को हौसला साझेदारी परियोजना के तहत इस कार्यक्रम में जोड़ा है जहाँ पर निःशुल्क सेवाएँ दी जा रही हैं | जिसका उद्देश्य परिवार नियोजन सेवाओं को योग्य दम्पति तक आसानी से पहुँचाया जा सके |
इस मौके पर हौसला साझेदारी कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी राजेश बांगिया ने बताया- इस कार्यक्रम को चलाने की जिम्मेदारी सिफ्सा(स्टेट इनोवेशंस इन फेमिली प्लानिंग सर्विसेस प्रोजेक्ट एजेंसी) को दी गयी है | हौसला साझेदारी कार्यक्रम में निजी अस्पतालों की अहम् भूमिका है |
जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव ने बताया - हौसला साझेदारी कार्यक्रम को और बेहतर करने के लिए जिला स्तर पर पंजीकृत अस्पतालों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है | ताकि सभी लोग अपने अनुभव व् समस्याएं एक मंच पर साझा कर सकें और अपनी राय दे सकें | रिपोर्टिंग सही समय पर करें | निजी चिकित्सालय जो भी सेवाएँ दें उसका विवरण हौसला साझेदारी पोर्टल पर अपलोड जरूर करें |
सिफ्सा से शीला एवं पीएसआई के निवेदिता /दीपक तिवारी ने हौसला साझेदारी कार्यक्रम का विवरण पीपीटी के माध्यम से प्रेजेंट किया |
इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विवेक दुबे, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के जिला समन्वयक सुधीर वर्मा, उत्तर प्रदेश तकनीकि सहायक इकाई(यूपीटीएसयू) के प्रतिनिधि और सीएमओ कार्यालय के कमर्चारी उपस्थित थे |