खुशी समय (वेब डेस्क) - एफएटीएफ (Financial Action Task Force) ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में ही बरकरार रखने का फैसला किया है। एफएटीएफ की नई सूची में पाकिस्तान के करीबी तुर्की सहित तीन देशों का नाम शामिल किया गया है।
एफएटीएफ का अगला सत्र अप्रैल 2022 में होने वाला है और रिपोर्ट्स की माने तो तब तक पाकिस्तान एफएटीएफ की ‘ग्रे लिस्ट’ में ही बना रहेगा। जिन देशों को निगरानी सूची में रखा गया है, उन सभी को एक एक्शन प्लान भी दिया गया है। ग्रे लिस्ट में आने से बचने या ब्लैक लिस्टेड होने से बचने के लिए इन्हें इन एक्शन प्लान की तमाम शर्तों को तय समयसीमा में पूरा करना होगा। वहीं FATF ने मॉरिशस और बोत्सवाना को बधाई देते हुए कहा- इन दोनों देशों को ग्रे लिस्ट से निकाला जा रहा है। इसका अर्थ ये हुआ कि अब इन्हें वर्ल्ड फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से मदद मिल सकेगी।
क्या है FATF?
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) एक अंतर-सरकारी निकाय है जिसे फ्रांस की राजधानी पेरिस में जी7 समूह के देशों द्वारा 1989 में स्थापित किया गया था। इसका काम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग), सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसार और आतंकवाद के वित्तपोषण पर निगाह रखना है।