बाराबंकी - कोरोना का संक्रमण पहले से तो कम हो गया है, इसका यह मतलब कतई नहीं है कि कोरोना खत्म हो गया है और हम लापरवाह हो जाएँ। हमें अब और एहतियात बरतने की बहुत जरूरत है। मास्क लगाने के साथ ही कोविड से बचाव के अन्य प्रोटोकॉल का आवश्य पालन करना बहुत जरूरी है। क्योंकि जनपद में पिछले कई माह बाद एक कोरोना मरीज निकला है, और दो केस एक्टिव है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा रामजी वर्मा का कहना है कि कोरोना का एक मरीज पाए जाने से घबराने के बजाए सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना रोघी टीका जिन्हे नही लगा है वह टीका जरूर लगवांए। कोविड -19 के प्रोटोकाल का अनुपालन करें। मास्क लगाए और दो गज की उचित दूरी बनाएं। उन्होंने बताया कोरोना रोधी टीकाकरण में बाराबंकी प्रदेश में सातवें तथा अयोध्या व देवी पाटन मंडल में पहले स्थान पर है। 15 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
सीएमओ ने बताया कि कोरोना से बचाव का सबसे महत्वपूर्ण हथियार टीकाकरण ही है। लोगों को निःसंकोच होकर टीका लगवाना चाहिए। सीएमओ बताते हैं-कोरोना पर हम टीकाकरण के द्वारा ही फतह पा सकते हैं। इसको लेकर जो भी अफवाहे हैं वह सब गलत हैं। टीका लगने के बाद हल्का बुखार आना, टीका लगने के स्थान पर दर्द होना यह आम बात है। जो अपने आप ही एक – दो दिन में ठीक हो जाता है। इसलिए इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
हर एक व्यक्ति को जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाते हुए स्वयं आगे आकर टीका लगवाना चाहिए और अपने परिवार व आस-पास के लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। टीके की दोनों डोज लेना नितांत आवश्यक है। एक टीका लगने के बाद में यह न समझें कि टीकाकरण की प्रक्रिया पूरी हो गयी है। उन्होंने बताया कि जनपद में अभी तक 70 प्रतिशत से ज्यादा लोगो को टीका लगाया जा चुका है।