अमेठी 27 मई 2021, जिलाधिकारी अरुण कुमार ने कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत शासन द्वारा दैनिक रूप से कार्य कर अपना जीवन यापन करने वाले ठेला, खोमचा, रेहड़ी, खोखा आदि लगाने वाले पटरी दुकानदारों, पंजीकृत श्रमिकों के अतिरिक्त अन्य श्रमिकों, दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा, ई रिक्शा चालक, कुली, पल्लेदार, नाविक, नाई, धोबी, मोची, हलवाई आदि रोज कमाकर खाने वालों को प्रति परिवार रू0-1000/-की धनराशि भरण पोषण भत्ता दिये जाने को लेकर वर्चुअल माध्यम से बैठक कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी पात्र लाभार्थियों का डाटा संकलित कर उसका सत्यापन कराने के उपरांत ही बेवसाइट पर फीड किया जाए, किसी भी स्थिति में गलत डाटा फीडिंग नहीं होनी चाहिए।
उन्होने कहा कि नगरीय निकायों में ऐसे लोगों का चिन्हांकन अधिशासी अधिकारियों द्वारा, ग्राम पंचायत स्तर पर जिला पंचायत राज अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा किया जायेगा और चिन्हांकन के दौरान श्रमिकों/कामगारों का निर्धारित प्रारूप पर नाम, पता, बैंक खाता नम्बर, आई0एफ0एस0सी0 कोड तथा बैंक का नाम स्पष्ट रूप से भरा जायेगा और एकत्रित त्रुटि रहित सूची को संबंधित अधिकारियों द्वारा राहत आयुक्त कार्यालय की बेवसाइट rahat.nic.in पर डाटा फीड कराकर सत्यापित सूची अपर जिलाधिकारी (वि/रा) को उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी पात्र व्यक्तियों का चिन्हींकरण, डाटा संकलन एवं बेवसाइट पर फीडिंग का कार्य शीघ्र पूर्ण करा लें ताकि लाभार्थियों के खातों में समय पर धनराशि कोषागार से ई-कुबेर के माध्यम से भेजी जा सके। उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इसमें अपनी व्यक्तिगत रूचि लेकर प्रभावी कार्यवाही करें तथा कार्य को शीर्ष प्राथमिकता प्रदान करते हुए इस कार्य को समय से पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। वर्चुअल बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा0 अंकुर लाठर, अपर जिलाधिकारी (वि/रा) एसपी सिंह, सभी उप जिलाधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा, जिला पूर्ति अधिकारी संजय कुमार, सहायक श्रमायुक्त सहित समस्त खंड विकास अधिकारी आदि जुड़े रहे।