जिले की 72 हजार गर्भवती महिलाओं को मिला मातृत्व वंदना योजना का लाभ



  •  पहली बार गर्भवती होने पर तीन किश्तों में मिलते हैं पांच हजार रूपये

बाराबंकी - स्थानीय जनपद में पहली बार गर्भधारण करने वाली  महिलाओं को उचित खानपान व पोषण के लिए  तीन किश्तों में 5000 रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। यह सहायता मातृ वंदना योजना के तहत दी जाती है। जिले में योजना के तहत 72 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं को लाभ मिल चुका है।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल डॉ केएनएम त्रिपाठी का कहना है कि जनपद में मातृत्व वंदना योजना  के तहत अब तक करीब 72 हजार गर्भवती महिलाओं को फायदा दिया गया। वहीं चल रहे फरवरी माह में अभी करीब 172 महिलाएं लाभान्वित हुई है। पहली बार गर्भवती हुई महिलाओं के खाते में 27 करोड़ 53 लाख से ज्यादा की धनराशि भेजी जा चुकी है।  उन्होंने बताया कि गर्भवती के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के लिए केंद्र सरकार की अति महत्वकांक्षी मातृत्व वंदना योजना का लाभ जनपद की महिलाएं उठा रही हैं जनपद में मातृत्व वंदना योजना का लाभ अधिकाधिक गर्भवती को दिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर स्तर से प्रयास कर रहा है। यह योजना जिले में 1 जनवरी 2017 से संचालित की जा रही है।

महिलाओं को ऐसे मिलेगा लाभ - जिला कार्यक्रम अधिकारी अम्बरीश द्विवेदी ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना काल में महिलाओं को मातृत्व वंदना योजना में इस लाभ से बहुत राहत मिली। बताया कि पहली बार बनी गर्भवती महिलाओं को तीन किस्तों में मिलता है लाभ, इस योजना के अंतर्गत प्रथम बार गर्भवती होने पर महिलाओं को उनके खाते में सरकार द्वारा 5000 तीन किस्तों में भुगतान कर रही है । इस योजना के तहत पहली बार गर्भधारण करने वाली महिला को गर्भधारण के बाद रजिस्ट्रेशन कराने पर प्रथम किश्त के रूपये में 1000 व दूसरी किस्त गर्भवती महिलाओं को अपनी प्रसव पूर्व जांच हो जाने पर 2000 व तीसरी किस्त प्रसव के उपरांत बच्चे को सभी टीके लग जाने के साथ ही 2000 दिए जाते हैं । इस योजना का लाभार्थी अब घर बैठे स्वयं ही सरकार की वेबसाइट (www.pmmvy-case.nic.in)पर आनलाइन पंजीकरण कर सकते है। लाभार्थी को अपने आधार कार्ड को बैंक के खाते से जोड़ना चाहिए।
 
डीसीपीएम सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि हेल्पलाइन पर संपर्क कर योजना का लाभ पाएं, मातृत्व वंदना योजना का लाभ लेने के प्रथम बार गर्भधारण करने वाली पात्र महिला लाभार्थी क्षेत्रीय आशा से संपर्क करे और योजना का लाभ उठाएं । उन्होंने बताया कि मातृत्व वंदना योजना का उद्देश्य गर्भावस्था प्रसव और स्तनपान के दौरान महिलाओं को जागरूक करना और जच्चा-बच्चा देखभाल व संस्थागत सेवा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं को पहले छह महीनों के लिए प्रारंभिक और विशेष स्तनपान तथा पोषण प्रथाओं का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करना है ।