जोशीमठ - सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने उत्तराखंड के श्री बदरीनाथ धाम और देश के अंतिम गांव माणा तक सड़क को आवाजाही के लिए खोलने के बाद अब बदरीनाथ मास्टर प्लान को लेकर भी शासन स्तर पर उच्चाधिकारी सक्रिय हो गए हैं। पर्यटन सचिव और अन्य अधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग कर मातहतों से आवश्यक जानकारी जुटाई।
इस वर्ष कई बार बर्फबारी होने के कारण बदरीनाथ मार्ग पर हनुमाचट्टी से लेकर बदरीनाथ धाम-माणा तक की सड़क बर्फ और ग्लेशियर से ढक गई थी। कई स्थानों पर तो 25 से 30 फीट तक ग्लेशियर के पहाड़ थे, जिन्हें स्नो कटर और डोजर की मदद से काटकर सड़क को खोला गया।
बीआरओ की 21 टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल मनीष कपिल के अनुसार इस बार बदरीनाथ मार्ग से बर्फ हटाने के लिए स्नो कटर का भी प्रयोग किया गया, जिसके कारण सड़क खोलने में काफी सहूलियत हुई। उन्होंने बताया कि बीआरओ ने अब माणा से आगे बॉर्डर एरिया की सड़क से बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि इस वर्ष भगवान बदरीनाथ के कपाट आगामी 8 मई को खुलने हैं। सड़क खुलने के बाद बदरीनाथ मास्टर प्लान के कार्यों को शुरू करने और बदरी-केदार मंदिर समिति की एडवांस टीम भी समय से पूर्व पहुंचकर व्यवस्थाओं में जुट सकेगी।