लखनऊ - डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत स्वास्थ्य सेवाओं का लगातार डिजिटलीकरण किया जा रहा है | इसी क्रम में काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कॉम्परिहेंसिव प्राइमरी हेल्थ सेन्टर्स (सीपीएचसी) एप्लीकेशन तथा ई-कवच पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ | यह कार्यक्रम प्रशिक्षकों के लिए आयोजित किया गया |
चिकित्सा अधीक्षक डा. दिलीप भार्गव ने बताया - सीपीएचसी एप्लीकेशन तथा ई-कवच के माध्यम से बच्चों और महिलाओं के टीकाकरण एवं कुपोषण के बारे में जानकारी मिल सकेगी | आशा कार्यकर्ता ई-कवच एप पर परिवार सर्वेक्षण की सारी जानकारी भरेंगी| अभी तक यह सारी जानकारी आशा कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर दर्ज की जाती थी, जिसमें काफी समय लगता था |
ब्लॉक समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक प्रद्युम्न कुमार मौर्य ने बताया – आशा डायरी, संगिनी डायरी, प्रजनन बाल स्वास्थ्य ( आरसीएच ) रजिस्टर अब मैनुअल न होकर मोबाइल फोन के माध्यम से किया जाएगा | सभी आशा कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन मिल चुके हैं | इस तरह से एप पर ही गर्भवती और बच्चों का आंकड़ा एकत्रित हो जाएगा | आवश्यकता पड़ने पर सुलभता से आंकड़ों को देखा जा सकता है |
ई कवच पर गर्भवती और बच्चों का विवरण फ़ीड करने से हमें गर्भवस्था की पूरी जानकारी – प्रसव पूर्व जाँचें, उच्च खतरे की गर्भावस्था, टीकाकरण और बच्चों के टीकाकरण की जानकारी मिल सकेगी |
प्रशिक्षण में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर(सीएचओ) और आशा संगिनी को प्रशिक्षण दिया गया |