मच्छरजनित बीमारियों के प्रति किया सजग



  • ठहरे हुए पानी में पनपते हैं लार्वा, ऐसी स्थिति न बनने दें : डॉ. पद्मजा

लखनऊ - नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र उजरियांव में रविवार को आयोजित मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला में विभिन्न विभागों और संस्थाओं ने अपने स्टाल लगाकर लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं और जरूरी सतर्कता के बारे में जागरूक किया | जिला स्वास्थ्य समिति के सहयोग से  फेमिली हेल्थ इंडिया- गोदरेज द्वारा संचालित एम्बेड परियोजना के अंतर्गत स्टाल के माध्यम से लोगों को मच्छरजनित बीमारियों के प्रति सजग किया गया।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उजरियांव की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. पद्मजा रानी गुप्ता ने बताया कि ठहरे हुए पानी में ही मलेरिया का लार्वा पनपता है, जिसकी वजह से कई गंभीर मच्छर जनित बीमारियां होती हैं |  मच्छरों के इन लार्वा को खत्म करने के लिए जरूरी है कि सात दिन से अधिक समय से हुए पानी के उपयोग से बचना चाहिए। उन्होने कहा कि जब-जब पानी एक जगह एकत्रित होता है वहां मच्छर अपना लार्वा विकसित करते हैं, जिससे मच्छर जनित बीमारियों को बढ़ावा मिलता है और इसी से डेंगू-मलेरिया जैसी घातक बीमारियां होती हैं | मलेरिया और डेंगू के कारण और निवारण के साथ-साथ उसके बचाव की जानकारी मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला में आए हुए लाभार्थियों को दी गई।  

इस अवसर पर एम्बेड परियोजना के बिहेवियर  चेंज कम्यूनिकेशन फेसिलिटेटर (बीसीसीएफ) ने लोगों को मच्छर के लार्वा दिखाकर,  इससे पनपने वाली परिस्थितियों को समाप्त करने एवं जलभराव को रोकने के लिए प्रेरित किया | इसकेअलावा नियमित रूप से मच्छरदानी, कायल, फास्ट कार्ड उपयोग करने की सलाह दी साथ ही कोरोनावायरस से बचाव एवं उपयुक्त व्यवहार अपनाने के लिए प्रेरित किया।

एम्बेड स्टाल एवं व्यवहार परिवर्तन सुगमकर्ता टूल्स का निरीक्षण अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद एवं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ए.पी.सिंह द्वारा किया गया | इस अवसर पर  लैब टेक्नीशियन अखिलेश वर्मा, एएनएम रंजना, सुधा शुक्ला, नूतन शाही, गरिमा पांडेय और संगीता देवी आदि उपस्थित रहीं।