- किसी भी योजना में शिकायत या लापरवाही की पुष्टि पर होगी कड़ी: कार्रवाई मुख्यमंत्री
- समय पर कार्य पूर्ण होंगे तो इस्टीमेट रिवाइज करने की नहीं आएगी नौबत
गोरखपुर - विकास परियोजनाओं की प्रगति हो या फिर कानून व्यवस्था का सुदृढ़ीकरण। पारदर्शिता, गुणवत्ता और समयबद्धता का विशेष ध्यान रखें। विकास के जो भी कार्य चल रहे हैं, उन्हें पूरी तरह भ्रष्टाचार मुक्त रखें। उन कार्यों की गुणवत्ता और समय पर पूर्णता भी सुनिश्चित की जाए। इसी प्रकार कानून व्यवस्था में भी किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। फरियादी को समय पर न्याय मिले और किसी के लिए संशय की गुंजाइश न रह जाए - प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों यह दिशानिर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं। सीएम योगी रविवार को गोरखपुर कमिश्नरी सभागार में मंडल स्तरीय बैठक कर कानून व्यवस्था एवं विकास परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। करीब तीन घण्टे तक चली बैठक में मुख्यमंत्री ने विकास परियोजनाओं की समयबद्धता पर दो टूक समझाते हुए कहा कि यदि कार्य समय पर पूर्ण होंगे तो इस्टीमेट रिवाइज करने की नौबत नहीं आएगी। काम समय पर हो, पारदर्शी तरीके से हो और गुणवत्तापूर्ण हों, इसके लिए प्रत्येक परियोजना में एक नोडल अधिकारी अवश्य नामित किये जाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी योजना में किसी तरह की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। किसी भी तरह की शिकायत या लापरवाही की पुष्टि होने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक के दौरान मण्डल के सभी जिलों के जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जिले के विकास कायर्क्रमों की प्रगति तथा पुलिस के अधिकारियों द्वारा कानून व्यवस्था के संबंध में प्रस्तुतिकरण दी गई।
कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपराधियों से सख्ती से निपटा जाये। थानों पर आने वाले लोगों के लिए पेयजल, बैठने आदि की पयार्प्त व्यवस्था के साथ ही उनकी शिकायतों की सुनवाई संवेदनशीलता के साथ हो। थानों पर अनावश्यक पड़े सामानों का नियमानुसार निस्तारण किया जाये। पुलिस पेट्रोलिंग को व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ाया जाये। सप्ताह में एक दिन शहीद स्थलों/पयर्टन स्थलों पर पुलिस बैण्ड द्वारा देश भक्ति की धुन बजाई जाए।
सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ बचाव से संबंधित सभी तैयारियां समय से पहले पूरी कर ली जाएं। जनता को किसी भी प्रकार का नुकसान न उठाना पड़े, इसके लिए बरसात से पहले ही संवेदनशील बंधों की मरम्मत भी अवश्य करा लें। उन्होंने अफसरों को यह भी चेताया कि बरसात में महानगर में जलजमाव की स्थिति नहीं दिखनी चाहिए। इसके लिए समय से पहले नालों की तल्लीझार सफाई व अन्य जरूरी कार्य पूरा कर लें।
जनप्रतिनिधियों से बेहतर संवाद स्थापित करें अधिकारी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि वे जनप्रतिनिधियों से बेहतर संवाद स्थापित करते हुए माह में कम से कम एक बार उनके साथ बैठक करें। यह भी सुनिश्चित हो कि जनप्रतिनिधियों के फोन प्रॉपर अटेंड हों तथा उनका प्रापर रिस्पांस हो।
जनता के विश्वास पर खरा उतरना हम सभी का दायित्व : सीएम योगी ने कहा कि जनता के विश्वास पर खरा उतरना हम सभी कर दायित्व है। जनता के प्रति संवेदशील होकर अधिकारी उनकी समस्या का समाधान करें और दूरभाष के माध्यम से प्रकरण निस्तारण की जानकारी भी आवेदक से पूछें। उन्होंने कहा कि मेरिट के आधार पर जनसमस्याओं का निस्तारण किया जाये। न्याय पाने का अधिकार सभी का है।
अंतर्विभागीय समन्वय में बड़ी ताकत : सीएम योगी ने कहा कि कहा कि अंतर्विभागीय समन्वय में बड़ी ताकत होती है। इसी ताकत का परिणाम है कि हम इंसेफेलाइटिस की समस्या को नियंत्रित करने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति के तहत महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के कार्यक्रमों में भी अंतर्विभागीय समन्वय की ताकत दिखानी होगी। इसके लिए साप्ताहिक कार्यक्रम बनाएं और संयुक्त चौपाल लगाकर महिलाओं से जुड़े मामलों का निस्तारण करें।
कार्यालयों में समय से उपस्थित रहें अधिकारी-कर्मचारी : मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि सभी अधिकारी व उनके मातहत कर्मचारी समय से कायार्लयों में उपस्थित होकर जन समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं का एक रजिस्टर भी बनाया जाये तथा उसमें निस्तारण की स्थिति अंकित की जाये। इसके साथ ही अधिकारी अपने तैनाती स्थल पर ही रात्रि निवास करें।
कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे : बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने स्कूल चलो अभियान की भी जनपदवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित नहीं रहना चाहिए। इसके लिए गांव-गांव जागरूकता अभियान चलाया जाए। स्कूलों में नामांकित बच्चों को यूनिफॉर्म, जूता-मोजा, बैग, पठन सामग्री हर हाल में उपलब्ध कराई जाए। इस दौरान सीएम योगी ने शिक्षा विभाग में चलाए जा रहे ऑपरेशन कायाकल्प पर भी चर्चा की। उन्होंने कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों के सौन्दयीर्करण पर विशेष जोर दिया ताकि विद्यालयों में कुछ नयापन दिखे।
शुद्ध पेयजल से तमाम बीमारियों से बचाव : मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में तेजी से काम किया जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एवं शुद्ध पेयजल से तमाम बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। सीएम ने कहा कि जनपद में नगर निगम व ग्राम पंचायतो सेे 75-75 तालाबों का निमार्ण कराया जाये। अमृत महोत्सव के तहत इन तालाबों को अमृत सरोवर का नाम दिया जाये।
स्मार्ट सिटी की तरह स्मार्ट विलेज भी बनाएं : मुख्यमंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी की तर्ज पर हम स्मार्ट विलेज की दिशा में काम कर सकते हैं। इसके लिए गांवों का चयन किया जाए और वहां आवश्यक सुविधाओं का विकास कर स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित किया जाए।
नहीं होनी चाहिए लोगों के आवागमन में असुविधा : सीएम योगी ने कहा कि प्रशासन और पुलिस के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि नागरिकों के आवागमन में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। जाम की समस्या से निजात पाने के लिए जरूरी है कि लोग यातायात के नियमों का पालन करें। इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाए। इस दौरान उन्होंने गोरखपुर-सोनौली, नौसढ-पैडलेगंज, गोरखपुर-वाराणसी मार्गों के निर्माण कार्य का हाल भी जाना। यह निर्देशित किया कि कार्यदायी संस्थाएं तेजी से कार्य पूरा करें।
पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं : सीएम योगी ने कहां की गोरखपुर मंडल में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इसे बढ़ावा देकर बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन भी किया जा सकता है। जनप्रतिनिधि व अधिकारी मिलकर इस दिशा में काफी बेहतर कर सकते हैं।
हर ग्राम पंचायत में हो खेल मैदान: मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि हर ग्राम पंचायत में एक खेल का मैदान तथा सालिड वेस्ट मैनेजमेंट हेतु एक खाद का गढ्ढा बनाया जाये। खाद गड्ढा होने से कचरे का निस्तारण तो होगा ही खेतों के लिए कंपोस्ट खाद भी उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान, दस्तक अभियान, हर ग्राम पंचायत में सचिवालय की स्थापना, उद्यमियों की समस्याओं के निस्तारण, स्ट्रीट वेंडर्स के व्यवस्थापन, मुसहर, वनटांगिया बस्तियों में सुविधाओं के विकास, ड्रेनेज, अंडरग्राउंड केबल आदि बिंदुओं की भी समीक्षा की और जरूरी निर्देश दिए।
बैठक में राज्यसभा सदस्य जयप्रकाश निषाद, बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती साधना सिंह, महापौर सीताराम जायसवाल, विधायकगण फतेह बहादुर सिंह, श्रीराम चौहान, विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ला, महेंद्रपाल सिंह, राजेश त्रिपाठी, आईजी अखिल कुमार, कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीएम विजय किरन आनंद, एसएसपी डॉ. विपिन ताडा आदि मौजूद रहे।
दो मृतक आश्रितों को सौंपी दो-दो लाख की सहायता धनराशि : बैठक प्रारंभ होने से पूर्व सीएम योगी ने दो मृतक आश्रित महिलाओं को दो-दो लाख रुपये की सहायता धनराशि का चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से सहायता राशि पाने वालों से एक कोरोना से मृत व्यक्ति की पत्नी शामिल हैं। जिन दूसरी महिला को आश्रित के रूप में सीएम के हाथों सहायता राशि मिली, उनके पुत्र की विद्युत स्पर्शाघात से मृत्यु हो गई थी।