ईपीएफओ में फरवरी 2022 में शुद्ध रूप से जुड़े कुल 14.12 लाख नए अंशधारक



नई दिल्ली - श्रम मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार केंद्रीय भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) में फरवरी 2022 में शुद्ध रूप से 14.12 लाख नए अंशधारक जुड़े। इन आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2022 की तुलना में फरवरी में जुड़े शुद्ध नए अंशधारकों की संख्या 31,826 अधिक रही।

बयान के अनुसार फरवरी 2022 के दौरान एक साल पहले इसी माह की तुलना में शुद्ध रूप से कुल 1,74,314 अधिक नए अंशधारक जुड़े जो रोजगार के अवसरों में वृद्धि का संकेत है। अक्टूबर 2021 से माह दर माह ईपीएफओ में नए अंशधारकों की संख्या बढ़ रही है।

श्रम मंत्रालय के अनुसार फरवरी 2022 में बने ईपीएफओ के नए सदस्यों में करीब 8.41 लाख सदस्य पहली बार कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) एवं अन्य प्रावधान अधिनियम के तहत पहली बार ईपीएफओ से जुड़े हैं। माह के दौरान बाकी जुड़े करीब 5.71 लाख शुद्ध नए सदस्य पहले ईपीएफ के अंशधारक रहे थे लेकिन किन्ही कारणों से बाहर हो गए थे और वे पुन: अंशधारक बने हैं।

इन सदस्यों के आयु-वार विवरण से पता चलता है कि फरवरी 2022 के दौरान 22-25 वर्ष आयु-वर्ग के सबसे अधिक 3.70 लाख नए ग्राहक बने, इसके बाद 2.98 नए ग्राहकों के साथ 29-35 वर्ष के आयु- वर्ग का दूसरा स्थान है। संक्षेप में, महीने के दौरान 18-25 वर्ष आयु- वर्ग के नए ग्राहकों की संख्या माह के दौरान बनाए गए कुल ग्राहकों का 45 प्रतिशत है। यह आयु-वर्ग इस बात का संकेत करता है कि पहली बार नौकरी चाहने वाले कई लोग बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र के कार्यबल में शामिल हो रहे हैं।

विवरण से पता चलता है कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा और दिल्ली राज्यों में शामिल प्रतिष्ठान महीने के दौरान लगभग 9.52 लाख नए ग्राहकों को जोड़कर अग्रणी हैं, जो सभी आयु वर्गो में कुल नए अंशधारकों की वृद्धि का लगभग 67.49 प्रतिशत है।

महिला-पुरुष आधारित विश्लेषण से यह संकेत मिलता है कि माह के दौरान लगभग 3.10 लाख महिलाएं ईपीएफओ में जुड़ी, जो कुल नए अंशधारकों की संख्या का 21.95 प्रतिशत है।