नयी दिल्ली - निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने 31 मार्च 2022 को समाप्त हुए पिछले वित्त वर्ष के चौथी तिमाही में एकल आधार पर 7018.7 करोड़ रुपये का लाभ कमाया। यह एक साल पहले इसी अवधि की तुलना में 59.4 प्रतिशत अधिक है। पिछले साल इसी तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 4403 करोड़ था।
पूरे वित्त वर्ष के दौरान बैंक का शुद्ध लाभ 23,339 कोरड़ रुपये रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष के 16,193 करोड़ रुपये की तुलना में 44 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। शनिवार को जारी तिमाही परिणामों के अनुसार बैंक को इस दौरान ब्याज से 12,605 करोड़ रुपये की आय हुई, जो वार्षिक आधार पर 20.8 प्रतिशत अधिक है।
बैंक के निदेशक मंडल ने शेयरधारकों को पांच रुपये प्रति शेयर की दर से लाभांश देने की घोषणा की है। बैंक के तिमाही लाभ में उछाल में मुख्य योगदान प्रावधान में भारी कमी का रहा। चौथी तिमाही में बैंको प्रावधानों के मद में 1069 करोड़ रुपये दिखाने पड़े, जिनमें 1025 करोड़ रुपये आकस्मिक प्रावधान के रूप में दिखाया गया है।
चौथी तिमाही में बैंक की ब्याज मार्जिन चार प्रतिशत रही, जो एक साल पहलेे 3.84 प्रतिशत थी। चौथी तिमाही में बैंक की गैर ब्याज आय, जिसमें सरकारी प्रतिभूतियों के कारोबार की आय भी शामिल है, ग्यारह प्रतिशत बढ़कर 4604 करोड़ रुपये रही। इसी दौरान बैंक की फीस से आय 14 प्रतिशत बढ़कर 4366 करोड़ रुपये रही। एकतीस मार्च 2022 को समाप्त वित्त वर्ष में बैंक की कुल जमा 14 प्रतिशत बढ़कर 10,64,572 करोड़ रुपये रही, और ऋण कारोबार 17 प्रतिशत बढ़कर 8,59,020 करोड़ रुपये था। मार्च 2022 की समाप्ति पर बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 19.16 था।