लखनऊ - क्षय रोगियों को बेहतर इलाज के साथ पोषणयुक्त आहार उपलब्ध कराने के लिए राज्यपाल ने गोद लेने की पहल की है | इसी क्रम में शनिवार को राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिला क्षय रोग अधिकारी डा. कैलाश बाबू के नेतृत्व में छावनी परिषद स्थित अस्पताल में क्षय रोगियों के "गोद लिए जाने" का कार्यक्रम आयोजित किया गया | पावर विंग्स फाउण्डेशन द्वारा पांच मरीजों को पोषण किट प्रदान की गयी।
जिला क्षय रोग केंद्र के सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर अभय चंद्र मित्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री ने देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है | क्षय रोगियों को गोद लेने की मुहिम इस लक्ष्य को प्राप्त करने के अभियान में एक प्रयास है, जिसमें विभिन व्यक्तियों, संस्थाओं द्वारा क्षय रोगियों को गोद लिया जा रहा है |
क्षय रोगियों की जांच और इलाज निशुल्क सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है | इसके साथ ही उन्हें पोषण हेतु निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान हर माह 500 रुपये की धनराशि सीधे उनके खाते में भेजी जा रही है |
पावर विंग्स फाउण्डेशन में परिवर्तन मुहिम की अध्यक्ष प्राची श्रीवास्तव ने कहा कि हमने पुष्टाहार वितरण का संकल्प लिया है और जब तक मरीज ठीक नहीं हो जाते तब तक उनको हर महीने पौष्टिक आहार दिया जाएगा।
पावर विंग्स फाउण्डेशन की संस्थापक सुमन रावत ने कहा कि परिवर्तन मुहिम के तहत हम टीबी मरीजों को पोषण किट वितरण कर रहे हैं और सदर अस्पताल में पहले भी टीबी मरीजों को गोद लिया था। यह जब तक ठीक नहीं हो जाते तब तक इनका सहयोग किया जाएगा। पोषण किट उन्हें सेहतमंद रखेगी। पोषण किट में चना, सत्तू, फल, बिस्किट्स, गुड, मूंगफली और दलिया इत्यादि शामिल हैं।
सदर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ एस सी जोशी ने कहा कि टीबी के मरीजों को पौष्टिक आहार की जरूरत होती है और यह संस्था अच्छा कार्य कर रही है। इसी तरह गोद लिया जाता रहा तो हम वर्ष2025 तक टीबी को समाप्त कर सकेंगे।
सदर अस्पताल के वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक राजीव कुमार ने बताया कि इस समय अस्पताल में 334 मरीजों का इलाज चल रहा है। आठ मरीजों को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गोद लिया था और विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं ने 156 मरीजों को गोद लिया है।
इस मौके पर जिला क्षय रोग केन्द्र से लोकेश , सदर अस्पताल में स्थित टीबी केंद्र की चिकित्सा अधिकारी डॉ कीर्ति सक्सेना,राजेश शर्मा, अजीत शुक्ला मौजूद रहे |