प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना : लाभ चाहिए तो केवाईसी जरूर कराएं



  • जिस बैंक में हो खाता उसका आधार से लिंक होना ज़रूरी
  • जनपद में अब तक मिला 98000 गर्भवती हुईं लाभान्वित
  • पहली बार गर्भवती को मिलते हैं तीन किश्तों में 5000 रुपये

कानपुर  - पहली बार मां बनने वाली गर्भवती महिलाओं के लिए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत तीन किस्तों में 5000 रुपए देने की योजना वरदान साबित हो रही है। इस योजना का उद्देश्य गर्भवती और गर्भस्थ शिशु को पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराना है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नैपाल सिंह ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य पहली बार गर्भवती हुई महिला इस अवस्था में पर्याप्त पोषक आहार ले सकें, जिससे कि जच्चा और बच्चा स्वस्थ रहे तथा एक स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके। इसी उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत उसके खाते में तीन किस्तों में 5,000 रु दिए जाते हैं।

सीएमओ का कहना है इस योजना से सम्बंधित सभी लाभार्थी अपने बैंक में जाकर अपने खाता का नो योर कस्टमर (केवाईसी) अवश्य करा लें। एक बार लेन-देन अवश्य कर लें। ताकि लाभार्थियों को आसानी से इस योजना का लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनवरी 2017 से अब तक 40,43,39,000 लाभार्थियों को डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके खाते में रुपया भेजा जा चुका है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ पाने के लिए लाभार्थी अपने खाते में केवाईसी (नो योर कस्टमर) अवश्य करायें।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के नोडल अधिकारी डॉ एसके सिंह का कहना है की लाभार्थी का खता जिस बैंक में है उसे आधार से लिंक होना ज़रूरी है जिससे ससमय भुगतान किया सके। उन्होंने कहा की कई बैंक आपस में अब मर्ज हो ये हैं इसलिए अपना आधार ज़रूर अपडेट करवा लें। उनका कहना है की कभी भी मोबाइल पर आये ओटीपी को किसी से भी साझा ना करें।

पीएमएमवीवाई की जिला कार्यक्रम समन्वयक गजाला इरम ने बताया कि योजना के तहत जनवरी 2017 से अब तक के पहली बार माँ बनने वाली 98000 महिलाओं को लाभ दिया जा चुका है।

पहली बार गर्भवती होने पर तीन किस्तों में पांच हजार रुपये : योजना के तहत पहली बार गर्भवती (मां बनने) होने पर महिला को तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते हैं, प्रसव चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में कराया गया हो। पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जाँच होने पर दूसरी किस्त के रूप में (गर्भावस्था के छह माह बाद) 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।

यह दस्तावेज़ हैं जरूरी : इसके अलावा पीएचसी/सीएचसी पर भी पंजीकरण करा सकते हैं। इसके लिए माता-पिता का आधार कार्ड, लाभार्थी मां की बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है। लाभार्थी मां का बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिये। निजी अकाउंट ही मान्य होगा। यदि बच्चे का जन्म हो चुका है तो मां और बच्चे दोनों के टीकाकरण का प्रमाणिक पर्चा होना जरूरी है।