आंगन की तुलसी और द्वार की नीम हमारे स्वास्थ्य की सुरक्षा गार्ड: डा. अवस्थी



बाराबंकी - बेसिक उत्थान एवं ग्रामीण सेवा संस्थान द्वारा जीवनीय सोसाइटी के सहयोग से संचालित मिशन आरोग्यकर के तहत बनीकोडर ब्लॉक के ग्राम कलवारताल एवं हरीशनगर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात योग प्रशिक्षक सेवानिवृत  योग, आयुर्वेद एवं दर्शन आचार्य डा. शशि कुमार अवस्थी ने कहा कि आंगन की तुलसी और द्वार की नीम हमारे स्वास्थ्य की सुरक्षा गार्ड हैं, जिनके घर की रसोई में हल्दी, आंगन में तुलसी और द्वार पर नीम होती है उनके घरों में चिकित्सक की जरूरत नही पड़ती। कार्यक्रम में औषधीय पौधे व ग्यारह  प्रकार की सब्जियों के बीज सहित आयुष के 64 दवाओं का  वितरण किया गया ।

डा.  अवस्थी ने कहा कि माताएं परिवार की प्राथमिक चिकित्सक होती हैं, और उनकी रसोईं प्राथमिक औषधालय होती है, जागरूक एवं जानकार गृहणियां इस औषधालय से परिवार व बच्चों की अधिकांश स्वास्थ्य परेशानियां दूर कर सकती है। मिशन आरोग्यकर कार्यक्रम इसी उद्देश्य से गांवों में संस्था संचालित कर रही है इसके लिए संस्था धन्यवाद की पात्र हैं। उन्होंने योग एवं दिनचर्या व ऋतु चर्या की भी विस्तृत जानकारी दी।

राजकीय आयुष चिकित्सालय, आयुष योग वेलनेस सेन्टर उधौली के डा एसके अवस्थी ने बताया कि इस क्षेत्र में श्वसन रोग, चर्म रोग और उदर सम्बंधी रोग बहुतायत पाये जा रहे हैं। इनमें श्वसन रोग का मुख्य कारण श्वसन लेने की सही जानकारी न होना, धूल धुंए  में कार्य करना और धूम्रपान करना है, चर्म रोग का मुख्य कारण अत्यधिक मात्रा में एण्टीबायोटिक अंग्रेजी दवाएं लेना तथा उदर रोग का मुख्य कारण अनियमित दिनचर्या, खान-पान है। यदि लोग इन सभी कारणों को दूर करने का प्रयास करें तथा योग एवं प्राणायाम करें तो सदैव स्वस्थ्य रहेंगे। उन्होने श्वसन सम्बंधी योग कराकर बताया और शंशमनी बटी, व आयुष-64 दवाओं के प्रयोग एवं उपयोगिता की जानकारी दी।

कार्यक्रम के संयोजक व संस्था अध्यक्ष रत्नेश कुमार ने सभी ग्रामीणों को तुलसी, कालमेघ अश्वगंधा के पौधे तथा 11 प्रकार की सब्जियों के बीज देते हुए कहा कि अंधाधुन्ध कीटनाशक एवं रसायनों के प्रयोग से उगाई जा रही सब्जियां एवं अनाज स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते जा रहे हैं, कम से कम गांव के लोग अपने घर एवं आंगन में गोबर की खाद से स्वयं सब्जियां उगाएं जिससे शुद्ध एवं ताजी सब्जी परिवार को मिल सके। उन्होंने कहा कि इन सब्जियों एवं औषधीय पौधों को अपने घरों में उगाकर परिवार सेहत बगीचा तैयार करें।

इस मौके पर चाइल्ड फ्रेण्डली स्कूल के प्रधानाध्यापक विनोद कुमार ने सभी लोगों का स्वागत किया। वहीं मिशन आरोग्यकर के जिला समन्वयक अंचल कुमार, आयुमित्र अखिलेश कुमार ने औषधीय पौधों, सब्जियों के बीजों व आयुष दवाओं के वितरण में विशेष योगदान दिया। इस अवसर पर 55 परिवार सेहत बगीचा लगाने के लिए तैयार हुए जिन्हें पौधे व बीज उपलब्ध कराकर सेहत बगीचा बनाने के लिए बताया गया।