लखनऊ (डेस्क) - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बेसिक शिक्षा विभाग के एक करोड़ 91 लाख बच्चों के स्कूल ड्रेस, जूता, मोजा व अन्य सामग्री खरीदने के लिए 1200 रुपये प्रति छात्र के हिसाब से अभिभावकों के बैंक खाते में हस्तांतरित किये। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने सर्वोच्च स्वच्छता वाले विद्यालय के प्रधानाध्यापकों और ग्राम प्रधानों को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से सम्मानित किया। कार्यक्रम में कायाकल्प दिव्यांजली पोर्टल का भी अनावरण किया गया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि पहले स्कूल से बच्चे और शिक्षक दोनों गायब दिखते थे। अब स्थितियां बदली हैं। उस समय हमने एक अभियान चलाया था ऑपरेशन कायाकल्प। बेसिक शिक्षा में बच्चों की संख्या 1.34 की संख्या को 1.91 करोड़ तक पहुंचाया। आगे उन्होंने कहा कि 2017 से पहले स्कूलों की स्थिति अच्छी नहीं थी। स्कूलों में कहीं शिक्षक थे तो छात्र नहीं थे। कहीं भवन नही थे। स्कूल में बिल्डिंग में बड़े बड़े पेड़ थे, स्कूल भवन पार्क लगता था। अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते थे लेकिन अब बेसिक शिक्षा को विश्वास का प्रतीक बनाया गया है। पांच साल में विद्यार्थियों की संख्या 1.34 करोड़ से बढ़कर 1.91 करोड़ हो गई है। पहले 60 फीसदी विद्यार्थियों को नंगे पैर स्कूल जाना पड़ता था पर अब वो बच्चे भी कॉन्वेंट स्कूल की तर्ज पर स्थापित परिषदीय स्कूल में जा रहे है।
इस दौरान बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि हर एक बच्चे का शिक्षा पाने का अधिकार है। मुख्यमंत्री यागी के मार्गदर्शन में बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए धनराशि भेजी जा रही है। इस धनराशि से बच्चों के लिए जूते, मोजे, कपड़े, कॉपी, किताब खरीदे जाएंगे। यह धनराशि अभिभावकों के खाते में भेजी जा रही है। 2017 में बेसिक स्कूलों में एक करोड़ 52 लाख बच्चे थे। आज स्कूल चलो अभियान के माध्यम से एक करोड़ 91 लाख बच्चों की संख्या पहुंच गयी है।