HAL और L&T में हुआ करार, दोनों कंपनियां मिलकर बनाएंगी PSLV रॉकेट



  • 860 करोड़ का हुआ सौदा

नई दिल्ली (डेस्क) - हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) अब भारतीय लड़ाकू विमानों के साथ-साथ देश के लिए पीएसएलवी रॉकेट भी बनाएगा। एचएएल और एलएंडटी कंसोर्टियम ने न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के साथ पांच पीएसएलवी रॉकेट बनाने के लिए 860 करोड़ रुपये का सौदा किया है। यह समझौता ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहनों (पीएसएलवी) के एंड-टू-एंड उत्पादन में पहला प्रयास है।

एचएएल के सूत्रों ने कहा कि यह अनुबंध पांच पीएसएलवी रॉकेटों का निर्माण करने के लिए किया गया है, जो भारत का बहुमुखी प्रक्षेपण यान है। तीन बोलियों के तकनीकी-व्यावसायिक मूल्यांकन के बाद एचएएल-एल एंड टी कंसोर्टियम पीएसएलवी के एंड-टू-एंड उत्पादन के लिए तकनीकी रूप से योग्य और एल1 बोलीदाता के रूप में उभरा था। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड ने पीएसएलवी रॉकेट उत्पादन के लिए एचएएल और एलएंडटी कंसोर्टियम के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

नई दिल्ली । हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) अब भारतीय लड़ाकू विमानों के साथ-साथ देश के लिए पीएसएलवी रॉकेट भी बनाएगा। एचएएल और एलएंडटी कंसोर्टियम ने न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के साथ पांच पीएसएलवी रॉकेट बनाने के लिए 860 करोड़ रुपये का सौदा किया है। यह समझौता ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहनों (पीएसएलवी) के एंड-टू-एंड उत्पादन में पहला प्रयास है।

एचएएल के सूत्रों ने कहा कि यह अनुबंध पांच पीएसएलवी रॉकेटों का निर्माण करने के लिए किया गया है, जो भारत का बहुमुखी प्रक्षेपण यान है। तीन बोलियों के तकनीकी-व्यावसायिक मूल्यांकन के बाद एचएएल-एल एंड टी कंसोर्टियम पीएसएलवी के एंड-टू-एंड उत्पादन के लिए तकनीकी रूप से योग्य और एल1 बोलीदाता के रूप में उभरा था। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड ने पीएसएलवी रॉकेट उत्पादन के लिए एचएएल और एलएंडटी कंसोर्टियम के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।