नोएडा में बना उत्तर प्रदेश का पहला टर्शरी वाटर प्लांट, 91 सेक्टर और 33 गावों को पहुंचेगा फायदा



नई दिल्ली/नोएडा (डेस्क) - नोएडा में प्रदेश के पहले और सबसे बड़ा टर्शरी ट्रीटमेंट वाटर (टीटी वाटर) प्लांट का निर्माण पूरा हो गया है। फिनिशिंग का काम किया जा रहा है। अक्टूबर में शुरू होने की पूरी उम्मीद है।

इसका फायदा शहर के 91 सेक्टर और 33 गांव के 10 लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा। ये प्लांट सिक्वेंसियल बैच रिएक्ट (एसबीआर) तकनीक से बनाए गए हैं। इसमें सीवरेज पानी को तीन बार शोधित करने प्रयोग में लाया जाएगा।

मिली जानकारी के अनुसार र्शरी वाटर में मानकों के मुताबिक बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) की मात्रा को कम किया जाएगा। पानी को एसटीपी प्लांट में तीन बार ट्रीट किया जाएगा। जिससे इस पानी की क्वालिटी और बेहतर होगी। इसकी अधिकता होने से पानी में बदबू आने लगती है। फिलहाल नोएडा में चार एसटीपी प्लांट है। जो पहले से ही 190 एमएलडी सिवरेज पानी को शोधित कर रहे है। इसमें 135 एमएलडी पानी का प्रयोग हो रहा है। ये पहला प्लांट होगा जो टर्शरी वाटर की सप्लाई करेगा। इसके लिए पाइन लाइन बिछाने का काम भी पूरा हो चुका है।