प्रधानमंत्री ने पीएम केयर्स में उदारता से योगदान देने के लिए देशवासियों की सराहना की



नई दिल्ली (नेशनल डेस्क) - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने  पीएम केयर्स फंड के न्यासी बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में पीएम केयर्स फंड की मदद से शुरू की गई विभिन्न पहलों पर एक प्रस्तुति दी गई, जिनमें पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना भी शामिल है, जो 4345 बच्चों को सहायता प्रदान कर रही है। न्यासी बोर्ड के सदस्यों ने देश के गंभीर समय में फंड द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की। प्रधानमंत्री ने पीएम केयर्स फंड में उदारता से योगदान देने के लिए देशवासियों की सराहना की।

इस दौरान ट्रस्टियों ने भी देश के लिए महत्वपूर्ण समय में फंड द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की और साथ ही प्रधानमंत्री ने पीएम केयर्स फंड का अभिन्न अंग बनने के लिए ट्रस्टियों का स्वागत किया।

बैठक में पीएम केयर्स फंड के न्यासी बोर्ड के सदस्य यानि केंद्रीय गृह मंत्री और केंद्रीय वित्त मंत्री के साथ-साथ पीएम केयर्स फंड के नए नामित सदस्य भी शामिल हुए जिनमे सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति के.टी. थॉमस, लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष करिया मुंडा और टाटा सन्स के मानद अध्यक्ष रतन टाटा रहे।

इस दौरान न्यास ने पीएम केयर्स फंड में सलाहकार बोर्ड के गठन के लिए प्रतिष्ठित व्यक्तियों को नामित करने का निर्णय भी लिया। इनमे राजीव महर्षि (भारत के पूर्व नियंत्रक और महालेखा परीक्षक), सुधा मूर्ति(पूर्व अध्यक्ष, इंफोसिस फाउंडेशन), आनंद शाह(टीच फॉर इंडिया के सह-संस्थापक तथा इंडिकॉर्प्स और पीरामल फाउंडेशन के पूर्व सीईओ) हैं।

क्या है पीएम केयर्स फंड : बता दें कि पीएम केयर्स फंड को COVID-19 महामारी के बाद शुरू किया गया था। इसका मकसद COVID-19 महामारी से उत्पन्न हुए हालात में लोगों तक राहत प्रदान करना है। PM CARES फंड को पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी पीएम केयर्स फंड के अध्यक्ष हैं और रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री इसके ट्रस्टियों में शामिल हैं।

इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यासी बोर्ड के नए सदस्यों और सलाहकारों की भागीदारी से पीएम केयर्स फंड के कामकाज को व्यापक दृष्टिकोण मिलेगा। सार्वजनिक जीवन का उनका लम्बा अनुभव विभिन्न सार्वजनिक जरूरतों के लिए फंड को और अधिक उत्तरदायी बनाने में और अधिक ताकत प्रदान करेगा।