लखनऊ - स्वस्थ बालक-बालिका प्रतिस्पर्धा में विजयी हुए स्वस्थ बच्चों को गांधी जयंती के अवसर पर रविवार को पुरस्कृत किया गया | इसी क्रम में अलीगंज, सरोजनी नगर एवं मलिहाबाद बाल विकास परियोजना कार्यालय सहित सभी बाल विकास परियोजना कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया |
प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी सीमांत श्रीवास्तव ने बताया कि पाँच साल तक की आयु के बच्चों के उचित शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए स्वास्थ्य एवं पोषण पर ध्यान देने की विशेष आवश्यकता होती है | उन्होंने बताया कि सितंबर माह में जनपद के लगभग सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर आयोजित स्वस्थ बालक-बालिका प्रतिस्पर्धा में लगभग 55 हजार बच्चों ने प्रतिभाग किया जिसमें लगभग 36 हजार बच्चे विजयी हुए जिन्हें रविवार को बाल विकास परियोजना कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पुरस्कृत किया गया और उनके अभिभावकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए |
बाल विकास परियोजना अधिकारी सुनीता राय ने बताया कि स्वस्थ बालक-बालिका चयन के लिए विभिन्न मानकों पर अंक निर्धारित किए गए थे | शून्य से छह माह तक केवल स्तनपान, छह माह से छह साल साल तक मिलने वाले पूरक पोषाहार का बच्चों द्वारा नियमित रूप से सेवन करने, तीन से छह साल तक के बच्चों की आंगनबाड़ी केंद्र पर उपस्थिति के लिए और आयु के अनुसार टीकाकरण के लिए 10-10 अंक निर्धारित किए गए थे | इसके अलावा व्यक्तिगत स्वच्छता के तहत बच्चों के साफ हाथ, नाखून कटे होने, ऐसे बच्चे जो लगातार सामान्य श्रेणी में हो या गंभीर तीव्र अतिकुपोषित (सैम) से मध्यम गंभीर कुपोषित (मैम) या फिर मैम से सामान्य श्रेणी में आए हों के लिए 10-10 अंक का निर्धारण किया गया था |
इस प्रतिस्पर्धा के आयोजन का उद्देश्य बच्चों की माताओं में स्वास्थ्य, पोषण और सफ़ाई के प्रति जागरूकता के साथ ही इन आदतों और प्रतिस्पर्धा की भावना को विकसित करना |