अंडमान और निकोबार द्वीप समूह बना भारत का पहला ‘स्वच्छ सुजल प्रदेश’



नई दिल्ली (डेस्क) - यह विडंबना ही थी, कि शुद्ध पेयजल और स्वच्छता जैसी जीवन की मूलभूत जरूरतों के लिए हमें आजादी के बाद दशकों लंबा इंतजार करना पड़ा। लेकिन 2014 में शुरू हुए स्वच्छ भारत मिशन से जहां देश खुले में शौच से मुक्ति के बाद अब ओडीएफ + और ओडीएफ ++ की ओर आगे बढ़ रहा है तो वहीं 2019 में शुरू हुए जल जीवन मिशन के तहत अब 44 फीसदी से ज्यादा नए ग्रामीण घरों सहित करीब 54 फीसदी ग्रामीण परिवारों के घर नल से जल पहुंचने लगा है।

स्वच्छता के साथ नल से जल की दिशा में एक अहम सफलता मिली है अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को, जहां के सभी 62,037 ग्रामीण परिवारों, 368 विद्यालयों, 558 आंगनवाड़ी केंद्रों और 292 सार्वजनिक संस्थानों के पास अब नल से जल की सुविधा है तो वहीं उन्हें खुले में शौच से मुक्त भी सत्यापित किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के दृष्टिकोण को अपनाते हुए 112 जिलों, 1,280 ब्लॉक, 75,476 ग्राम पंचायतों और 1,58,379 गांवों को 'हर घर जल' के रूप में संसूचित किया गया है।

 

#स्त्रोत - न्यू इंडिया समाचार