प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत अब तक कुल 83,133 पात्र लाभार्थियों का हुआ पंजीकरण



  • अब तक लगभग 32.12 करोड़ रुपये का हुआ भुगतान
  • योजना संबंधी जानकारी के लिए 104 पर करें कॉल
  • आधार कार्ड, बैंक खाते संबंधी जानकारी किसी को भी जानकारी न दें  

लखनऊ - प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना(पीएमएमवीवाई) के तहत गर्भवस्था से लेकर बच्चा होने तक मुझे तीन किश्त में 5 हजार रुपये मिले जिसे मैंने  अपने खाने पीने पर खर्च किया क्योंकि मुझे आशा दीदी ने बताया था कि गर्भावस्था के दौरान तथा जब तक बच्चा केवल स्तनपान करे तब तक अपने खान पान का विशेष ध्यान रखना है | इसलिए मैंने सारे पैसे खाने-पीने पर ही खर्च किए| यह कहना है गोसाईंगंज ब्लॉक के खरगापुर निवासी मालिनी वर्मा का |

पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं  को उचित पोषण प्रदान करने के उद्देश्य से जिले में पीएमएमवीवाई एक जनवरी 2017 को लागू की गई है | मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने बताया कि एक जनवरी 2017 से कुल 83,733   महिलाओं  को  इस योजना के तहत पंजीकृत किया गया है तथा राज्य स्तर से  32.12 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है | वहीं नवंबर माह में अभी तक 425  महिलाओं का इस योजना के तहत पंजीकरण हुआ है और  कुल 1.80 लाख का भुगतान राज्य स्तर से किया गया है | विभाग द्वारा हर गर्भवती को इस योजना के तहत पंजीकृत करने का प्रयास किया जा रहा है |

पीएमएमवीवाई के नोडल अधिकारी डा. आर. वी. सिंह ने  बताया  कि  इस योजना  का लाभ लेने हेतु आवेदन के लिए वह आशा या एएनएम् से सम्पर्क कर ले सकती हैं या घर बैठे www.pmmvy-case.nic.in पर लॉग इन कर स्वयं आवेदन कर सकते हैं | लाभार्थी  ऑनलाइन फॉर्म भरने में समस्या आने पर  या योजना से संबंधित जानकारी  लेने के लिए वह स्टेट हेल्पलाइन नम्बर 104 से भी संपर्क कर सकता है लेकिन लाभार्थी इस बात का विशेष ध्यान रखें कि अगर फोन पर उनसे कोई आधार कार्ड नंबर या बैंक खाते का विवरण माँगता है तो कतई न दें क्योंकि स्वास्थ्य विभाग या बैंक के द्वारा लाभार्थी से ऐसा कोई विवरण नहीं मांगा जाता है | सावधानी बरतें क्योंकि साइबर ठग आपसे आपकी व्यक्तिगत जानकारी लेकर आपके खाते से पैसा ले सकते हैं |

प्रसव चाहे सरकारी स्वास्थ्य सुविधा में हुआ हो या निजी, लाभ सभी को मिलता है लेकिन पंजीकरण सरकारी में ही होना चाहिए | पंजीकरण के लिए गर्भवती व पति  का आधार कार्ड, गर्भवती की बैंक पासबुक  की फोटो कॉपी जरूरी है | गर्भवती  का बैंक खाता संयुक्त  नहीं होना चाहिए |   

पीएमएमवीवाई के जिला कार्यक्रम समन्वयक सुधीर वर्मा ने बताया कि इस  योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने पर पोषण के लिए पांच हजार रुपये तीन किश्तों में गर्भवती  के खाते में दिए  जाते हैं | पहली किश्त 1,000 रुपये की गर्भधारण के 150 दिनों के अंदर पंजीकरण कराने पर, दूसरी किश्त में 2,000 रुपये 180 दिनों  के अन्दर व 2,000 रूपये की तीसरी किश्त प्रसव पश्चात तथा शिशु के प्रथम टीकाकरण चक्र के पूरा होने पर मिलते हैं | तीसरी किश्त के भुगतान के लिए मातृ शिशु सुरक्षा कार्ड और शिशु का जन्मप्रमाण पत्र प्रस्तुत करना जरूरी होता है |

योजना के तहत फॉर्म भरने को लेकर या अन्य कोई  समस्या होने पर उनके मोबाइल नंबर 6394458720 पर कॉल कर सकते हैं या मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के द्वितीय तल पर स्थित पीएमएमवीवाई सेल से भी संपर्क कर सकते हैं |