कोहरे में भी 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी ट्रेनें, सभी ट्रेनों में अनिवार्य रूप से फाग सेफ्टी डिवाइस लगाने का निर्देश



नई दिल्ली (डेस्क) - भारतीय रेलने ने कोहरे वाली सर्दियों के महीनों में होने वाले घने कोहरे को ध्यान में रखते हुए सभी ट्रेनों में फाग सेफ डिवाइस लगाना शुरु कर दिया है। इससे ट्रेनों की अधिकतम अनुमेय गति भी 60 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 75 किमी प्रति घंटा निर्धारित कर दिया है। कोहरे एवं खराब मौसम के दौरान लोको पायलट स्थिति के अनुसार निर्णय लेते हुए ट्रेनों की अधिकतम गति को 75 किमी प्रति घंटे तक ले जा सकते हैं। अभी तक अधिकतम सीमा 60 किमी प्रति घंटे थी।

रेलवे ने सभी जोन से डेटोनेटर की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने को भी कहा है। डिटोनेटिंग सिग्नल, जिन्हें डेटोनेटर या फॉग सिग्नल के रूप में जाना जाता है। पटरी पर लगे यह उपकरण चालक का ध्यान आकर्षित करने के लिए इंजन के गुजरने पर तेज आवाज के साथ फटते हैं। साथ ही साइटिंग बोर्ड (या डबल-डिस्टेंट सिग्नल के मामले में दूर के सिग्नल पर) पर ट्रैक के पार लाइम मार्किंग भी करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा सिग्नल मैन को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है।

क्या है फाग सेफ्टी डिवाइस  : यह डिवाइस जीपीएस से युक्त एक उपकरण है, जो लोको पायलट को संभावित खतरे के पांच सौ मीटर पहले ही सतर्क कर देता है। डिवाइस से आवाज आने लगती है और वीडियो पर सिग्नल भी दिखने लगता है।