लखनऊ - जनपद में 12 से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया गया, जिसके तहत आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घर – घर जाकर संभावित टीबी रोगियों को चिन्हित कर उनकी सूची तैयार की | यह जानकारी जिला क्षय रोग अधिकारी डा. ए.के.चौधरी ने दी | उन्होंने बताया- इस अभियान के दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा टीबी के 30 मरीज ढूंढे गए हैं |
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया – इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने क्षय रोग के संभावित लक्षण वाले 190 लोगों की स्क्रींनिंग की, जिसमें 30 मरीजों में क्षय रोग की पुष्टि हुई है | इन मरीजों को राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में शामिल करते हुए इलाज शुरू कर दिया गया है |
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के पब्लिक प्राइवेट मिक्स समन्वयक रामजी वर्मा ने बताया- यदि दो हफ्ते से लगातार खांसी आ रही हो, रात में पसीना आये, वजन में लागातर कमी आये तो तुरंत ही चिकित्सक को दिखाएँ | टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है लेकिन इसकी दवाओं का नियमित सेवन जरूरी होता है | ऐसा न करने से एमडीआर टीबी होने की सम्भावना होती है | सरकार क्षय रोग के मरीजों के पोषण के लिए निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान हर महीने 500 रूपये सीधे बैंक खाते में भेजती है |